Edited By Sarita Thapa,Updated: 26 Aug, 2025 06:00 AM

Shri Krishna Mandir: भारत में वैसे तो कई अनोखे और चमत्कारी मंदिर है, जिनकी अपनी अनोखी मान्यताएं होती है। ऐसा ही एक मंदिर उत्तर प्रदेश के अमेठी जिले में स्थित है। इस मंदिर में भगवान श्रीकृष्ण कीपूजा की जाती है।
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Shri Krishna Mandir: भारत में वैसे तो कई अनोखे और चमत्कारी मंदिर है, जिनकी अपनी अनोखी मान्यताएं होती है। ऐसा ही एक मंदिर उत्तर प्रदेश के अमेठी जिले में स्थित है। इस मंदिर में भगवान श्रीकृष्ण कीपूजा की जाती है। अमेठी जिले में स्थित श्री कृष्ण मंदिर एक अनोखी परंपरा और रहस्यमयी प्रसाद व्यवस्था के कारण चर्चा में रहता है। इस मंदिर में भगवान श्रीकृष्ण को चढ़ाया जाने वाला प्रसाद कुछ अलग ही है। यहां दूध और बांस प्रसाद के रूप में चढ़ाए जाते हैं, जो कि आमतौर पर किसी भी अन्य मंदिर में नहीं देखा जाता। यह अनोखा रीति-रिवाज सालों से स्थानीय आस्था और संस्कृति का हिस्सा बना हुआ है। आखिर क्या है दूध और बांस को प्रसाद चढ़ाने के पीछे की मान्यता? आइए जानते हैं इस रोचक परंपरा के रहस्यके बारे में-

दूध और बांस का प्रसाद क्यों है खास?
इस मंदिर की खास बात यह है कि श्रद्धालु भगवान श्रीकृष्ण को दूध और बांस अर्पित करते हैं। दूध तो अक्सर कई मंदिरों में भगवान को अर्पित किया जाता है, लेकिन बांस एक बेहद अनोखा और प्रतीकात्मक प्रसाद है। इस मंदिर में भगवान श्रीकृष्ण को प्रसन्न करने और उनका आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए उन्हें बांस का भोग लगाया जाता है।

इसके पीछे की मान्यता
स्थानीय मान्यताओं के अनुसार, यह मंदिर उस स्थान पर बना है जहां भगवान श्रीकृष्ण बाल्यकाल में गोकुल से मथुरा की ओर जाते समय कुछ समय के लिए रुके थे। यह भी कहा जाता है कि यहां बांस के झुरमुटों में भगवान ने विश्राम किया था और तभी से बांस को इस स्थान पर पवित्र माना जाने लगा।
इसके अलावा, बांस को शुभता और उन्नति का प्रतीक माना जाता है। ग्रामीणों की मान्यता है कि बांस चढ़ाने से परिवार में समृद्धि आती है और नई शुरुआतों में सफलता मिलती है। साथ ही यह भी माना जाता है कि जो भक्त हर मंगलवार के दिन पूरे श्रद्धाभाव के साथ भगवान श्रीकृष्ण की पूजा करता है। उसके मन की हर मुराद पूरी होती है।
