Edited By Sarita Thapa,Updated: 03 Nov, 2025 06:01 AM

छोटी-छोटी बातें रिश्तों को खूबसूरत बना देती हैं। एक-दूसरे के प्रति मन में सच्चा प्यार होना चाहिए। रिश्तों को पैसों से नहीं तोलें। एक-दूसरे के सुख-दुख में काम आएं। स्वार्थ की भावना रिश्तों को आगे बढ़ाने से रोकती है।
शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
Smile please: छोटी-छोटी बातें रिश्तों को खूबसूरत बना देती हैं। एक-दूसरे के प्रति मन में सच्चा प्यार होना चाहिए। रिश्तों को पैसों से नहीं तोलें। एक-दूसरे के सुख-दुख में काम आएं। स्वार्थ की भावना रिश्तों को आगे बढ़ाने से रोकती है। एक-दूसरे के काम आना सीखो। रिश्तों की सुगंध दूर से ही आ जाती है। जब कोई हाथ और साथ छोड़ देता है, तो कुदरत किसी उंगली पकडऩे वाले को भेज देती है। -जया किशोरी
डॉक्टर कहता रहा यह औरत पागल है, लेकिन जब उस मां का बेटा उसे मिलने आया तो वह अपने बेटे को मिल कर खूब रोई। उसकी खुशी के आंसू रुके नहीं। जिस मां ने जन्म दिया है उसे कभी तड़पाओ नहीं। मां-बच्चों का बड़ा प्यारा रिश्ता है। मां जैसा न कोई आज तक हुआ है, न ही होगा। मां का दूसरा नाम भगवान है।

संघर्ष ही हमारे जीवन को निखारते, संवारते हैं और तराशते हैं। इनसे जो घबरा गया, वह हार गया। संघर्ष ही हमारी सफलता की कुंजी है। इस कुंजी से ही हमारी किस्मत का ताला खुलता है।
जो लोग कहते हैं कि मां का कर्जा आप जिंदगी भर नहीं उतार सकते। मैं उनसे यह पूछता हूं कि तुम अपनी औरत का कर्ज भी कैसे उतार सकते हो जिसने तुम्हें बच्चे के सुख के लिए अपने जीवन को मौत के मुंह में धकेल दिया है।
