Edited By Prachi Sharma,Updated: 25 Feb, 2024 07:27 AM
हिंदू धर्म में कोई भी घर तभी सम्पूर्ण माना जाता है जब उसे वास्तु शास्त्र के अनुसार बनाया और सजाया जाए। हालांकि सारे वास्तु टिप्स को तो नहीं
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South Facing House: हिंदू धर्म में कोई भी घर तभी सम्पूर्ण माना जाता है जब उसे वास्तु शास्त्र के अनुसार बनाया और सजाया जाए। हालांकि सारे वास्तु टिप्स को तो नहीं फॉलो किया जा सकता है लेकिन कुछ-कुछ छोटी-छोटी बात हैं जिन्हें नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। वास्तु के अनुसार मुख्य द्वार उत्तर या पूर्व दिशा की तरफ मुख वाला घर शुभ होता है वहीं कुछ दिशाएं ऐसी होती हैं जिन्हें अशुभ माना जाता है। इन्हीं में से एक है दक्षिण मुखी वाला घर।
जो घर दक्षिण मुखी होता है उस घर में धूप बहुत ही कम आती है और नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव भी बढ़ जाता है। कहते हैं जिस घर में सूर्य की रौशनी कम होती है, उस घर के सदस्य ज्यादा बीमार रहते हैं।
वास्तु के अनुसार जिस दिशा में घर होता है। उस दिशा की उर्जाएं आपके घर पर असर डालती हैं। दक्षिणमुखी घरों को अक्सर शुभ नहीं माना जाता है। ऐसा इस वजह से क्योंकि ये ऊर्जा के प्राकृतिक प्रवाह के विपरीत होते हैं। वहीं दूसरी तरफ उत्तर दिशा को बेहद ही शुभ माना जाता है। दक्षिण दिशा नकारात्मकता से जुड़ी होती है, इस वजह से इन जगहों पर घर लेने से अक्सर लोग कतराते हैं।
वास्तु शास्त्र के अलावा ज्योतिष की बात की जाए तो ज्योतिष शास्त्र में इस दिशा को यमराज की दिशा कहा जाता है। इस वजह से इस दिशा में रहने वाले लोग रिश्ते के लिहाज से हमेशा परेशान रहते हैं। इसके अलावा इस दिशा को पितरों की दिशा भी कहते हैं, इस वजह से इस दिशा में घर नहीं बनवाया जाता है।
Vastu tips for south facing house दक्षिणमुखी घर के लिए वास्तु टिप्स
अगर आपका घर दक्षिण मुखी है तो ये टिप्स जरूर फॉलो करने चाहिए ताकि इस दिशा की नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव कम हो जाए।
वास्तु के अनुसार इस दिशा में घर के मुख्य द्वार पर कुछ पौधे लगाएं। ऐसा करने से सकारात्मक ऊर्जा का वास होता है।
ऐसे घरों में बगीचा भी अवश्य बनवाना चाहिए।
इसके अलावा इस तरह के घर को लाल या नारंगी रंग से सजाएं।