Edited By Prachi Sharma,Updated: 08 Feb, 2024 07:56 AM
रसोई से जुड़ा हुआ अधिक कार्य सिंक से जुड़ा होता है। सब्जी हो या फिर बर्तन हर चीज रसोई की सिंक में धोई जाती है। इस स्थान
शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
Vastu for Kitchen Sink: रसोई से जुड़ा हुआ अधिक कार्य सिंक से जुड़ा होता है। सब्जी हो या फिर बर्तन हर चीज रसोई की सिंक में धोई जाती है। इस स्थान को सबसे ज्यादा अहम माना जाता है। इससे जुड़े उपयोग तो हर किसी को पता होते हैं। क्या आप इनसे जुड़े वास्तु से रूबरू हैं ? अधिकांश लोगों को इसके बारे में नहीं पता होता है। मान्यताओं के अनुसार इनसे जुड़े वास्तु टिप्स घर की सुख-समृद्धि में बढ़ोतरी करते हैं। इसी के साथ ये भी बता दें कि जितना ये हमें सुख प्रदान करती हैं तो वहीं वास्तु के अलग हट के कुछ किया जाए तो वास्तु दोष जैसी परेशानियों का भी सामना करना पड़ता है। तो चलिए जानते हैं किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
वास्तु शास्त्र के अनुसार किचन की सिंक को हमेशा ईशान कोण में बनवाना चाहिए। घर की सुख-समृद्धि में बढ़ोतरी के लिए ये दिशा बेस्ट मानी जाती है।
इस बात का ध्यान रखें कि किचन सिंक का मुख उत्तर दिशा की तरफ हो ताकि जब भी आप बर्तन धोएं तो आपका मुंह उत्तर दिशा की तरफ हो।
जिस घर में सिंक दक्षिण-पश्चिम दिशा में होता है उस घर में हमेशा कलह-क्लेश देखने को मिलता है।
वास्तु के अनुसार सिंक ऐसी जगह हो जहां सीधी धूप न आएं। अगर ऐसा होता भी है तो आगे भारी पर्दे या दरवाजों से ढक दें।
ओवन और गैस से सिंक को काफी दूर रखना चाहिए।
वास्तु शास्त्र की दृष्टि से सिंक के नीचे कभी भी डस्टबिन नहीं रखना चाहिए। ऐसी चीजें नकारात्मक ऊर्जा में बढ़ोतरी करती हैं।
जिस जगह आप बर्तन धोते हैं, उस जगह से लिविंग रूम नजर नहीं आना चाहिए। वास्तु के अनुसार ऐसा शुभ नहीं होता।
रात को खाना बनाने के बाद किचन को गन्दा नहीं छोड़ना चाहिए। अगर आप ऐसा करते हैं तो धन हानि का सामना करना पड़ता है।
किचन सिंक का नल समय-समय पर ठीक करवाते रहना चाहिए। इससे पानी टपकना वास्तु दोष में बढ़ोतरी कर सकता है।
स्वास्थ्य को सही रखना चाहते हैं सिंक में कभी भी कुल्ला या फिर हाथ न धोएं।