Edited By Sarita Thapa,Updated: 10 Jun, 2025 07:00 AM

Yogini Ekadashi 2025: सनातन धर्म में योगिनी एकादशी का विशेष महत्व है। यह दिन भगवान विष्णु को समर्पित है। हर साल आषाढ़ मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी को योगिनी एकादशी का व्रत रखा जाता है।
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Yogini Ekadashi 2025: सनातन धर्म में योगिनी एकादशी का विशेष महत्व है। यह दिन भगवान विष्णु को समर्पित है। हर साल आषाढ़ मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी को योगिनी एकादशी का व्रत रखा जाता है। माना जाता है कि इस दिन भगवान विष्णु की सच्चे मन से पूजा करने और व्रत रखने से सभी पापों से छुटकारा मिलता है और शुभ फलों की प्राप्ति होती है। साथ ही जीवन में शांति, समृद्धि व सफलता प्राप्त होती है। तो आइए जानते हैं योगिनी एकादशी के शुभ मुहूर्त और पूजा विधि के बारे में-

Yogini Ekadashi 2025 Shubh muhurat योगिनी एकादशी 2025 शुभ मुहूर्त
हिंदू पंचांग के अनुसार, आषाढ़ माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि 21 जून को सुबह 07 बजकर 18 मिनट पर शुरू होगी और इसका समापन 22 जून को सुबह 04 बजकर 27 मिनट पर होगा। उदया तिथि के अनुसार, योगिनी एकादशी का व्रत 21 जून को रखा जाएगा।

Yogini Ekadashi Puja Vidhi योगिनी एकादशी पूजा विधि
योगिनी एकादशी के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और साफ-सुथरे वस्त्र धारण करें।
फिर घर के मंदिर को साफ करें और गंगाजल का छिड़काव करने के बाद व्रत का संकल्प लें।
अब एक चौकी पर पीले रंग का कपड़ा बिछाकर विष्णु जी की मूर्ति स्थापित करें।
इसके बाद विष्णु जी को पीले फूल, फल, पंचामृत, पंजीरी, मिठाई और तुलसी दल अर्पित करें।
फिर भगवान विष्णु के मंत्रों और नामों का जाप करें।
उसके बाद श्री हरि के समक्ष घी का दीपक जलाएं।
अंत में विष्णु जी की आरती करें और परिवार के साथी सदस्यों में मिठाई का प्रसाद बांट दें।
