Updated: 13 Oct, 2025 02:53 PM

यह रात पूरी तरह अभिषेक बच्चन के नाम रही। इस साल उन्होंने आलोचनात्मक सराहना और व्यावसायिक सफलता – दोनों ही मोर्चों पर असाधारण प्रदर्शन किया, और उसी एनर्जी को लेकर वे फ़िल्मफ़ेयर के मंच पर उतरे।
नई दिल्ली/टीम डिजिटल। यह रात पूरी तरह अभिषेक बच्चन के नाम रही। इस साल उन्होंने आलोचनात्मक सराहना और व्यावसायिक सफलता – दोनों ही मोर्चों पर असाधारण प्रदर्शन किया, और उसी एनर्जी को लेकर वे फ़िल्मफ़ेयर के मंच पर उतरे। सबसे पहले अभिषेक ने अपनी शानदार डांस परफ़ॉर्मेंस से मंच पर धूम मचा दी, जिससे दर्शक लगातार तालियाँ बजाने पर मजबूर हो गए।
अभिषेक ने अपने पिता, महानायक अमिताभ बच्चन को ट्रिब्यूट देते हुए उनके कुछ सबसे प्रतिष्ठित गीतों — के पग घुंघरू, खैके पान बनारस वाला, सारा ज़माना, जहां तेरी ये नज़र है, मच गया शोर, तेरी बिंदिया, जुम्मा चुम्मा दे दे और शावा शावा पर परफॉर्मेंस किया। ऊर्जा और पुरानी यादों से भरपूर उनके शानदार ऐक्ट ने अहमदाबाद के दर्शकों को झूमने पर मजबूर कर दिया और जल्द ही यह रात का सबसे चर्चित प्रदर्शन बन गया।
देर शाम, अभिषेक की शानदार रात तब और भी जारी रहा जब उन्हें "आई वांट टू टॉक" में उनके बहुप्रशंसित अभिनय के लिए सर्वश्रेष्ठ लीड ऐक्टर (पुरुष) का पुरस्कार मिला। उनकी जीत की घोषणा होते ही पूरा हॉल तालियों से गूंज उठा। यह जीत उनके शानदार करियर उल्लेखनीय सफलताओं का प्रतीक था। फिल्म में उनका अभिनय – बहुस्तरीय, भावनात्मक और ज़मीनी स्तर पर – आज भी उनके सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शनों में से एक के रूप में सराहा जाता है।
अपनी करिश्माई स्टेज प्रेज़ेंस और दमदार प्रदर्शन के साथ, अभिषेक बच्चन ने 70वें फ़िल्मफ़ेयर अवॉर्ड्स को कला, आकर्षण और सफलता का उत्सव बना दिया — और यह वर्ष उनके करियर के सबसे निर्णायक पड़ावों में से एक के रूप में दर्ज हो गया।