Edited By Mehak,Updated: 07 Dec, 2025 04:32 PM

निर्देशक अनिल शर्मा ने धर्मेंद्र से अपनी आखिरी मुलाकात का भावुक अनुभव साझा किया। उन्होंने बताया कि सितंबर में बॉबी देओल के घर मुलाकात के दौरान धर्मेंद्र ने उनसे बार-बार एक दमदार रोल लिखने की इच्छा जताई और कहा कि कैमरा उनका सच्चा प्यार है। अस्पताल...
नेशनल डेस्क : गदर फिल्म के निर्देशक अनिल शर्मा ने धर्मेंद्र से अपनी आखिरी मुलाकात को याद करते हुए बेहद भावुक किस्सा साझा किया है। उन्होंने बताया कि कैसे उम्र के अंतिम दिनों में भी धर्मेंद्र अपने काम और कैमरे को लेकर उतने ही उत्साहित रहते थे जितना अपने शुरुआती करियर में।
अचानक हुई मुलाकात बनी अंतिम याद
अनिल शर्मा ने हुसैन जैदी के यूट्यूब चैनल पर बातचीत में बताया कि वे इस साल सितंबर में बॉबी देओल से मिलने उनके घर गए थे। उसी दौरान धर्मेंद्र भी वहीं मौजूद थे। हमेशा की तरह उन्होंने शर्मा को गले लगाकर गर्मजोशी से स्वागत किया और मुस्कुराते हुए पूछा- 'अनिल, आजकल क्या कर रहे हो?'
शर्मा के मुताबिक धर्मेंद्र ने उनसे तीन बार आग्रह किया कि वह उनके लिए एक शानदार रोल लिखें। धर्मेंद्र ने कहा- 'अनिल बेटा, मेरे लिए एक दमदार किरदार लिखो। कैमरा मेरी महबूबा है… वह मुझे बुला रहा है। मुझे वापस जाना है उसके पास।' निर्देशक ने वादा किया कि वे उनके लिए एक विशेष किरदार जरूर लिखेंगे, पर उन्हें अंदाज़ा नहीं था कि यही उनकी आखिरी बातचीत होगी।
अस्पताल में भर्ती होने के बाद भी जगी थी उम्मीद
अनिल शर्मा ने यह भी बताया कि अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद उन्होंने धर्मेंद्र से मुलाकात की थी। उस वक्त सबको उम्मीद थी कि वे जल्दी ठीक हो जाएंगे। डॉक्टर भी उनके मजबूत होने की बात कह रहे थे। परिवार 8 दिसंबर के उनके 90वें जन्मदिन की तैयारी तक शुरू कर चुका था।
धर्मेंद्र बड़े स्टार, लेकिन हमेशा जमीन से जुड़े
शर्मा ने कहा कि धर्मेंद्र कभी भी अपने स्टारडम से प्रभावित नहीं हुए। वे बेहद सरल, विनम्र और सिनेमा के लिए समर्पित इंसान थे। उन्होंने कई मौकों पर उनके साथ रहने की कोशिश की— चाहे किताब के विमोचन पर जाना हो या किसी शो में भाग लेना हो। 24 नवंबर को 90 साल पूरे होने से कुछ हफ्ते पहले धर्मेंद्र का निधन हो गया। अनिल शर्मा के अनुसार, धर्मेंद्र की आखिरी इच्छा बस इतनी थी कि वे एक बार फिर कैमरे के सामने खड़े हों। सिनेमा उनके लिए पेशा नहीं, बल्कि सच्चा प्रेम था।