Edited By Riya bawa,Updated: 11 Apr, 2020 01:30 PM
कोरोना महामारी के बीच कई देशों और WHO में तनाव बढ़ गया है। अमेरिका और ताइवान साफ़ साफ़ इस...
नई दिल्ली: कोरोना महामारी के बीच कई देशों और WHO में तनाव बढ़ गया है। अमेरिका और ताइवान साफ़ साफ़ WHO अंतर्राष्ट्रीय संस्था के खिलाफ नज़र आ रहे है। वही भारत ने भी अपने तेवर कड़े किए है विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) और अमेरिका में तो ये बयानबाज़ी कब से हो रही है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने तो ये तक कह दिया था कि WHO को फंडिंग देना बंद कर देगा। दरअसल राष्ट्रपति डोनान्ड ट्रंप ने WHO पर पक्षपात का आरोप लगाया था।विवाद बढ़ने पर संगठन के सबसे बड़े अधिकारी बचाव में आए ऐसे में जानते है WHO के सबसे बड़े अधिकारी और उनकी विश्व स्तर पर पहचान के बारे में...
डॉक्टर टेड्रोस है कौन
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के महानिदेशक डॉक्टर टेड्रोस अधानोम घेब्रेयेसुस इथोपिया के नागरिक हैं। विश्व भर में उनकी पहचान मलेरिया विशेषज्ञ के तौर पर होती है। टेड्रोस विश्व स्वास्थ्य संगठन में बड़े पद पर काम करने वाले अफ्रीकी मूल के पहले जीवाणु वैज्ञानिक हैं। 2017 में महानिदेशक की जिम्मेदारी संभालने से पहले उन्होंने अपने मुल्क में दो अहम सरकारी विभागों का प्रभार संभाला था। इथोपियो में 2005-2012 तक उन्होंने स्वास्थ्य मंत्री की भूमिका निभाई। इसके अलावा 2012-2016 तक इथोपिया के विदेश मंत्री भी रहे महामारी के बीच टेड्रोस ने सनसनीखेज खुलासा किया उन्होंने कहा कि पिछले तीन महीनों से उनके खिलाफ नस्लीय टिप्पणी के साथ जान से मारने की धमकी भी मिल रही है, मगर उन्हें इसकी परवाह नहीं है।
टेड्रोस का चीन की तरफ झुकाव का आरोप
अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने विश्व स्वास्थ्य संगठन पर बड़ा आरोप लगाया था। उन्होंने कहा था कि महामारी के समय WHO का झुकाव चीन केंद्रित है।ट्रंप ने ये भी कहा था कि उनके लगाये गये ट्रैवल बैन की WHO ने आलोचना की और असहमति जताई। लिहाजा उन्होंने धमकी देते हुए WHO को दी जाने फंडिंग रोकने की बात कही, जिसके बाद आरोपों का जवाब देते हुए टेड्रोस ने WHO का बचाव किया। टेड्रोस ने कहा कि कोविड-19 का राजनीतिकरण नहीं होना चाहिए। इस महामारी से तभी लड़ा जा सकता है जब सभी देश एक साथ हो।