Edited By Tanuja,Updated: 04 Oct, 2025 06:25 PM

ईरान ने इजराइल के लिए जासूसी और सुरक्षा बलों की हत्या के आरोप में छह कैदियों को फांसी दी। यह कार्रवाई जून में 12-दिन के इजराइल-ईरान संघर्ष के बाद की गई और पिछले दशकों में सबसे अधिक फांसी माना जा रहा है। कैदियों ने खुजस्तान प्रांत में बम विस्फोट कर...
International Desk: ईरान ने देश के तेल-समृद्ध दक्षिण-पश्चिमी प्रांत खुजस्तान में इजराइल के लिए जासूसी और हमले करने के आरोप में छह कैदियों को फांसी पर लटका दिया। ईरानी अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी साझा की और बताया कि फांसी की कार्रवाई हाल के महीनों में सबसे तेज़ गति से हुई है। अधिकारियों के अनुसार, इन कैदियों ने पुलिस अधिकारियों और सुरक्षा बलों की हत्या की और खुजस्तान प्रांत के खोर्रमशहर और आसपास के इलाकों में कई बम विस्फोट किए, जिससे जान-माल का नुकसान हुआ। यह कार्रवाई जून में 12 दिनों तक चले इजराइल-ईरान संघर्ष के बाद की गई और पिछले कई दशकों में एक साथ दी गई सबसे बड़ी फांसी की घटना मानी जा रही है।
ईरानी सरकार ने स्पष्ट किया कि यह कदम सुरक्षा और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए जरूरी था। सुरक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि यह निर्णय इजराइल के खिलाफ ईरानी प्रतिक्रिया का हिस्सा है, और इससे क्षेत्र में तनाव बढ़ने की आशंका है। स्थानीय मानवाधिकार समूहों ने फांसी की इस कार्रवाई की आलोचना की है और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इसे मानवाधिकार उल्लंघन के रूप में देखा जा रहा है। फांसी के बाद, ईरान ने अपने अन्य सुरक्षा उपायों को भी बढ़ा दिया है, खासकर उन क्षेत्रों में जो तेल उत्पादन और वितरण के लिए महत्वपूर्ण हैं। इससे यह संकेत मिलता है कि ईरान ने इजराइल और अन्य बाहरी शक्तियों से संभावित खतरों के प्रति कड़े सुरक्षा कदम उठाए हैं।