Edited By Tanuja,Updated: 21 Oct, 2025 01:37 PM

पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच संघर्ष विराम के बाद चमन बॉर्डर आंशिक रूप से खुल गया है। कराची से लगभग 400 कंटेनर वाहन अफगानिस्तान की ओर बढ़े, जबकि 550 परिवार यानी करीब 3,400 लोग सीमा पार कर गए। हिंसक झड़पों के कारण व्यापार और माल की आवाजाही प्रभावित...
Islamabad: पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच संघर्ष विराम के बाद दोनों देशों के बीच स्थित चमन बॉर्डर आंशिक रूप से फिर से खुल गया है। सीमा पर कई दिनों तक हुईं हिंसक झड़पों में दोनों पक्षों के कई लोग मारे गए थे। कई अफगान परिवारों ने सोमवार को बलूचिस्तान प्रांत में दक्षिण-पश्चिमी सीमा पार करना शुरू कर दिया जबकि अफगानिस्तान जाने वाले कई कंटेनर वाहनों की आवाजाही भी हुई। पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच संघर्ष शुरू होने पर चमन बॉर्डर सील कर दिया गया था जिससे कराची बंदरगाह से माल ले जा रहे लगभग 400 कंटेनर वाहन सीमा पर फंस गए थे।
खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में स्पिन बोल्डक बॉर्डर पर भी ऐसी ही स्थिति देखी गई जहां पाकिस्तान आने वाले कंटेनर वाहन फंस गए थे। चमन चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के अध्यक्ष नफीस जान अचकजई ने कहा कि दोहा में दोनों देशों के बीच संघर्ष विराम समझौते को अंतिम रूप दिए जाने के बाद सोमवार शाम से सीमा आंशिक रूप से फिर से खोल दी गई है। उन्होंने कहा, ‘‘इस दौरान कराची से आने वाले लगभग 400 कंटेनर वाहन धीरे-धीरे अफगानिस्तान में प्रवेश करने लगे हैं, जबकि 550 परिवार भी सीमा पार कर चुके हैं, जिनमें लगभग 3,400 लोग शामिल हैं।'' उन्होंने बताया कि ये परिवार कराची से आए थे क्योंकि अधिकारियों ने उन्हें बिना उचित दस्तावेजों के कराची में रहते हुए पाया था इसलिए उन्हें स्वदेश वापसी का आदेश दिया गया था।
पाकिस्तान की सरकार ने हाल में सुरक्षा और आर्थिक चिंताओं का हवाला देते हुए एक स्वदेश वापसी अभियान शुरू किया जिसके तहत हजारों अफगान अपने देश लौट गए। अचकजई ने कहा, ‘‘कराची बंदरगाह और सीमावर्ती क्षेत्रों के पास ताजे फल, सब्जियों और आवश्यक वस्तुओं से लदे सैकड़ों ट्रक अब भी फंसे हुए हैं और सीमा चौकी बंद होने से व्यापारियों को लाखों रुपये का नुकसान हुआ है।'' उन्होंने कहा कि दोनों देशों को चमन बॉर्डर पर व्यापारिक गतिविधियों को पूरी तरह से बहाल करने की जरूरत है ताकि आगे कोई आर्थिक नुकसान न हो। सरकारी अधिकारी अताउल्लाह बुगती ने कहा कि जिला प्रशासन ने अफगानिस्तान वापस जाने वाले अफगान परिवारों को क्षेत्र में सभी बुनियादी सुविधाएं प्रदान की हैं।