Detransition Horror: पबर्टी ब्लॉकर्स और हार्मोन उपचार खतरनाक साबित ! किशोरों ने बताई आपबीती, कहा-अब भुगत रहे जानलेवा परिणाम

Edited By Updated: 23 Oct, 2025 07:56 PM

detransition horror teens deceived by puberty blocker lies

दुनिया भर में किशोरों द्वारा पबर्टी ब्लॉकर्स और हार्मोन उपचार लेने के बाद गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं की शिकायत सामने आ रही है। ऐसे कई मामले सामने आए हैं, जहां किशोरों ने अपने अनुभव साझा किया और बताया कि डॉक्टरों पर भरोसा करने के बाद उन्हें जीवनभर...

International Desk: दुनिया भर में किशोरों द्वारा पबर्टी ब्लॉकर्स और हार्मोन उपचार लेने के बाद गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं की शिकायत सामने आ रही है। ऐसे कई मामले सामने आए हैं, जहां किशोरों ने अपने अनुभव साझा किया और बताया कि डॉक्टरों पर भरोसा करने के बाद उन्हें जीवनभर प्रभावित करने वाले परिणाम भुगतने पड़े। केरा बेल, जिन्होंने यूके के नेशनल हेल्थ सर्विस (NHS) के खिलाफ मुकदमा किया, ने हार्मोन लेने के कारण स्थायी हड्डियों की कमजोरी और प्रजनन क्षमता में कमी का सामना किया। नीदरलैंड के एक युवा "जेट" ने भी हार्ट स्ट्रेन जैसी स्थायी हृदय समस्याओं की शिकायत दर्ज की। इन सभी मामलों से यह स्पष्ट होता है कि 13-16 वर्ष के बच्चों को जल्दी से जल्दी हार्मोन देना, जबकि उनके जोखिमों की वास्तविक जानकारी नहीं दी गई, खतरनाक साबित हो रहा है।

 

कैस रिव्यू ने इस प्रथा को "प्रायोगिक" बताया और यूके में पबर्टी ब्लॉकर्स की पेशकश को अस्थायी रूप से रोक दिया। वहीं, अमेरिका के कई राज्यों ने इन दवाओं पर पूरी तरह प्रतिबंध लगा दिया है। समर्थक समूह दावा करते हैं कि डिट्रांज़िशन यानी वापस मूल लिंग पहचान में लौटने की दर केवल 1-4% है और इसका उद्देश्य आत्महत्या रोकना है, लेकिन प्रभावित किशोरों की कहानियां यह दिखाती हैं कि बच्चों के साथ एक भावनात्मक और शारीरिक जोखिम से भरी "अफर्मेशन" प्रक्रिया की गई। अब 20 से अधिक अमेरिकी राज्य इन दवाओं पर प्रतिबंध लगा चुके हैं। प्रभावित किशोरों और उनके परिवारों का कहना है कि डॉक्टरों पर blind trust ने उनके जीवन और स्वास्थ्य को प्रभावित किया। इस संघर्ष ने स्वास्थ्य प्रणाली में जवाबदेही और संरक्षण की आवश्यकता को उजागर किया है।

  
पबर्टी ब्लॉकर्स क्या हैं? 
पबर्टी ब्लॉकर्स (Puberty Blockers) ऐसे हार्मोनल दवाएं हैं जो किशोरों में यौवन (puberty) की प्रक्रिया को अस्थायी रूप से रोक देती हैं। ये मुख्य रूप से उन बच्चों या किशोरों को दिए जाते हैं, जो अपने लिंग पहचान (gender identity) के बारे में भ्रमित महसूस कर रहे हैं या जिनके शरीर में यौवन की शुरुआत हो चुकी है लेकिन वे इसे अस्थायी रूप से रोकना चाहते हैं।

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काम करने का तरीका
 पबर्टी ब्लॉकर्स शरीर में सेक्स हार्मोन (जैसे टेस्टोस्टेरोन या एस्ट्रोजन) के प्रभाव को रोकते हैं।
  इस तरह, हार्मोनल बदलाव जैसे आवाज बदलना, शरीर के बाल उगना, हड्डियों और मासपेशियों में बदलाव अस्थायी रूप से रुक जाते हैं।
 इन्हें आमतौर पर इंजेक्शन, गोली या इम्प्लांट (छोटी कैप्सूल) के रूप में दिया जाता है।

 

उपयोग के उद्देश्य
 यह बच्चों और किशोरों को अपने लिंग पहचान पर सोचने और निर्णय लेने का समय देता है।
 यौन असमानता या समाजिक दबाव से होने वाली चिंता और तनाव को कम करने में मदद कर सकता है।
 यह स्थायी परिवर्तन नहीं करता, यदि दवा रोक दी जाए तो यौवन की प्रक्रिया फिर से शुरू हो जाती है।

 

 संभावित दुष्प्रभाव
 हड्डियों की कमजोरी (osteoporosis)
 हृदय और मांसपेशियों पर प्रभाव
 भविष्य में प्रजनन क्षमता पर असर
 मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव, जैसे चिंता या अवसाद

 

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