Edited By Tanuja,Updated: 23 Nov, 2025 05:03 PM

भूटान में रविवार दोपहर 3.9 तीव्रता का भूकंप आया, जिसकी गहराई सिर्फ 10 किमी थी। भूटान हिमालयी क्षेत्र के सबसे सक्रिय भूकंपीय जोन IV और V में आता है, जहाँ उथले भूकंप अधिक खतरा पैदा करते हैं। देश पहले भी भूकंप, भूस्खलन, तेज़ हवाओं और GLOF जैसी...
International Desk: रविवार दोपहर भूटान में 3.9 तीव्रता का भूकंप दर्ज किया गया। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (NCS) के अनुसार झटके 14:42 बजे, 27.36° N अक्षांश, 91.39° E देशांतर और 10 किमी की उथली गहराई पर दर्ज हुए, जो नुकसान की संभावना को बढ़ाता है। NCS ने X पर इसकी पुष्टि करते हुए विवरण साझा किए। अक्टूबर में भी भूटान में 3.1 तीव्रता के भूकंप के झटके महसूस हुए थे।
विशेषज्ञों के अनुसार उथली गहराई (10 किमी या कम) वाले भूकंप सतह के बेहद करीब होते हैं, इसलिए इनके झटके तेज और विनाशकारी हो सकते हैं। एशियन डिजास्टर रिडक्शन सेंटर के मुताबिक भूटान युवा हिमालयी पर्वत श्रृंखला का हिस्सा है, जो दुनिया के सबसे सक्रिय सिस्मिक ज़ोन्स में गिना जाता है।
भारतीय सिस्मिक कोड के अनुसार भूटान सीस्मिक ज़ोन IV और V में आता है-जो सबसे खतरनाक श्रेणी मानी जाती है। भूटान लंबे समय से कई तरह की प्राकृतिक चुनौतियों का सामना कर रहा है।ग्लेशियर लेक आउटबर्स्ट फ्लड (GLOF)-ग्लोबल वार्मिंग के कारण झीलों के फटने का बढ़ता खतरा, तेज़ मौसमी हवाएं 2011 और 2013 में ग्रामीण इलाकों में भारी नुकसान हुआ था। इन प्राकृतिक आपदाओं ने देश में कई बार भारी क्षति पहुंचाई है।