Edited By Tanuja,Updated: 28 May, 2022 12:47 PM
अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में 25 मई बुधवार को देर शाम सिलसिलेवार हुए चार धमाकों की जिम्मेदारी आंतकी समूह ISIL ने ली है। काबुल के उत्तरी
काबुलः अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में 25 मई बुधवार को देर शाम सिलसिलेवार हुए चार धमाकों की जिम्मेदारी आंतकी समूह ISIL ने ली है। काबुल के उत्तरी शहर मजार-ए-शरीफ में यात्री वैन में तीन धमाके हुए जिसमें कम से कम 11 लोगों की मौत हो गई तालिबान के एक नेता ने बताया कि विस्फोटक मस्जिद के पल्पिट में रखा गया था। उत्तरी बल्ख प्रांत में यात्री वैन में हुए तीन विस्फोटों में कम से कम 9 लोग मारे गए और 15 घायल हुए हैं जबकि एक अन्य विस्फोट में 2 लोगों की मौत हो गई। बल्ख प्रांत के पुलिस प्रवक्ता मोहम्मद आसिफ वजेरी ने रॉयटर को बताया शिया समुदाय को टारगेट करके हमला किया गया जो अफगानिस्तान में अल्पसंख्यक हैं।
काबुल के रहने वाले चश्मदीद ने बताया धमाके की आवाज इतनी जबरदस्त थी कि सब होश खो बैठे। धमाका जरकारिया मस्जिद में नमाज के बाद हुआ लेकिन बहुत से लोग मस्जिद के अंदर थे। जब वह वहां पहुंचे तो जमीन पर लाशें और कई लोगों को घायल अवस्था में पाया। इससे पहले 21 अप्रैल को मजार-ए-शरीफ की मस्जिद में धमाका हुआ था जिसमें पांच लोगों की मौत हो गई थी, जबकि 65 लोग घायल हो गए थे। इस हमले की जिम्मेदारी ISIS ने ली थी, जो एक इस्लामिक आतंकी संगठन है।
इसी दिन मजार-ए-शरीफ के कुदुंज प्रांत के सरदारवर इलाके में भी धमाका हुआ था, जिसमें 4 लोगों की मौत और 18 लोग घायल हुए थे> 19 अप्रैल को काबुल के अब्दुल रहीम शाहिद हाई स्कूल में धमाके हुए थे, जिसमें 6 लोगों की मौत हो गई थी जबकि दर्जन भर से अधिक घायल हो गए थे। मजार-ए-शरीफ हमलों की निंदा करते हुए अफगानिस्तान में महिलाओं और मानवाधिकारों के लिए अमेरिका के विशेष दूत ने कहा कि तालिबान को लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए और इसी तरह के अत्याचारों को रोकना चाहिए। अमेरिका की विशेष दूत रीना अमीरी ने ट्वीट किया: “मज़ार और काबुल में जघन्य हमलों का कोई उद्देश्य नहीं है, बल्कि निर्दोष अफ़गानों पर और तबाही मचाना है, जिन्होंने बहुत कुछ झेला है। "