Edited By Tanuja,Updated: 04 Dec, 2025 04:25 PM

ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्लाह अली खामेनेई ने सख्त हिजाब और ड्रेस कोड का समर्थन करते हुए पश्चिमी देशों पर आरोप लगाया कि पूंजीवादी व्यवस्था महिलाओं को “वस्तु” बना देती है और उनका शोषण करती है। उन्होंने कहा कि इस्लाम महिलाओं को सुरक्षा, गरिमा और आगे...
International Desk: ईरान के सर्वोच्च नेता आयतुल्लाह अली खामेनेई ने देश में महिलाओं के लिए लागू सख्त ड्रेस कोड, अनिवार्य हिजाब और नैतिक कानूनों का मजबूती से समर्थन किया है। उन्होंने पश्चिमी देशों पर आरोप लगाते हुए कहा कि “पश्चिमी पूंजीवादी समाज महिलाओें को वस्तु में बदल देता है, उनकी मूल गरिमा नष्ट कर देता है और उन्हें भोग की चीज मानता है।”
खामेनेई ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर कई पोस्ट करते हुए दावा किया कि पश्चिम में महिलाओं का उपयोग आर्थिक-भौतिक शोषण के लिए किया जाता है और समान काम के लिए भी उन्हें पुरुषों से कम वेतन मिलता है। उनके मुताबिक पश्चिमी संस्कृति महिलाओं को “कमोडिटी” बनाती है, जबकि इस्लाम महिलाओं को “आज़ादी, पहचान और आगे बढ़ने का अवसर” देता है।
हाल ही में ईरान की संसद के कई सदस्यों ने न्यायपालिका पर हिजाब कानून लागू करने में विफल रहने का आरोप लगाया था। इसके एक दिन बाद खामेनेई ने कहा कि किसी समाज की पहली जिम्मेदारी है महिलाओं की सुरक्षा, सम्मान और गरिमा सुनिश्चित करना। इसलिए ड्रेस कोड और नैतिक नियम जरूरी हैं। उन्होंने लिखा कि इस्लामी शिक्षाओं के अनुसार महिलाएं घर में “फूल की तरह” होती हैं जिन्हें सेविका की तरह नहीं बल्कि सम्मान और सुरक्षा के साथ संभाला जाना चाहिए।