Edited By Pardeep,Updated: 03 Jun, 2025 12:16 AM

रूस-यूक्रेन युद्ध में हाल ही में एक महत्वपूर्ण मोड़ आया है। 1 जून 2025 को, यूक्रेन ने 'ऑपरेशन स्पाइडरवेब' के तहत रूस के भीतर चार प्रमुख सैन्य एयरबेस पर ड्रोन हमले किए। इस हमले में 41 रूसी सैन्य विमान नष्ट हुए, जिनमें Tu-95, Tu-22M3, Tu-160 और A-50...
इंटरनेशनल डेस्कः रूस-यूक्रेन युद्ध में हाल ही में एक महत्वपूर्ण मोड़ आया है। 1 जून 2025 को, यूक्रेन ने 'ऑपरेशन स्पाइडरवेब' के तहत रूस के भीतर चार प्रमुख सैन्य एयरबेस पर ड्रोन हमले किए। इस हमले में 41 रूसी सैन्य विमान नष्ट हुए, जिनमें Tu-95, Tu-22M3, Tu-160 और A-50 जैसे रणनीतिक बमवर्षक शामिल थे।
इस ऑपरेशन में कुल 117 ड्रोन का इस्तेमाल किया गया, जो रूसी सीमा के भीतर छिपाकर रखे गए थे। यूक्रेनी सुरक्षा सेवा (SBU) ने इस हमले को अंजाम दिया, जो लगभग 18 महीने की योजना का परिणाम था। इस हमले से रूस को लगभग 7 अरब डॉलर का नुकसान हुआ है। यह हमला रूस के सबसे महत्वपूर्ण सैन्य ठिकानों में से एक, बेलाया एयरबेस, जो साइबेरिया में स्थित है, तक पहुंचा। इससे रूस की लंबी दूरी की मिसाइल क्षमता पर गंभीर असर पड़ा है।
इस हमले के बाद, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने एक वीडियो संदेश जारी कर यूक्रेन को कड़ी चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि युद्ध को आमंत्रित करके यूक्रेन ने सबसे बड़ी गलती की है। दुनिया इस युद्ध को याद रखेगी और जरूरत पड़ने पर परमाणु बम का भी इस्तेमाल किया जाएगा। हम मजबूत हैं और 'ओरियोनिक' का इस्तेमाल आज, कल या जब भी जरूरत हो, संभव है।
पुतिन ने यह भी कहा कि यदि पश्चिमी देश यूक्रेन को परमाणु हथियार प्रदान करते हैं, तो रूस सभी उपलब्ध हथियारों का उपयोग करेगा। उन्होंने यह भी कहा कि रूस की परमाणु नीति में बदलाव किया गया है, और यदि रूस की संप्रभुता या क्षेत्रीय अखंडता को खतरा होता है, तो रूस परमाणु हथियारों का उपयोग करने पर विचार करेगा।
यूक्रेन के इन हमलों के बाद, रूस ने चेतावनी दी है कि यदि पश्चिमी देशों ने यूक्रेन को लंबी दूरी की मिसाइलें प्रदान कीं, तो यह सीधे तौर पर रूस के साथ युद्ध का कारण बनेगा। विशेषज्ञों का मानना है कि इस स्थिति में परमाणु युद्ध की संभावना बढ़ सकती है।