Edited By Anu Malhotra,Updated: 25 Sep, 2025 12:13 PM

थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक से एक ऐसा दृश्य सामने आया है जिसे देखकर किसी की भी रूह कांप जाए। शहर की व्यस्त सड़कों में से एक अचानक पाताल में समा गई- सड़क ऐसे धंसी कि वहां खड़ी गाड़ियां, स्ट्रीट लाइट पोल और पूरा का पूरा इलाका देखते ही देखते धूल-धुएं के...
नेशनल डेस्क: थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक से एक ऐसा दृश्य सामने आया है जिसे देखकर किसी की भी रूह कांप जाए। शहर की व्यस्त सड़कों में से एक अचानक पाताल में समा गई — सड़क ऐसे धंसी कि वहां खड़ी गाड़ियां, स्ट्रीट लाइट पोल और पूरा का पूरा इलाका देखते ही देखते धूल-धुएं के बादल में खो गया।
यह खौफनाक घटना 24 सितंबर की दोपहर घटी, जब वजीरा अस्पताल के सामने चार लेन की सड़क पर अचानक जमीन दरकने लगी। चंद पलों में ही सड़क पर करीब 900 स्क्वायर मीटर का हिस्सा जमींदोज़ हो गया और वहाँ करीब 50 मीटर (164 फीट) गहरा सिंकहोल बन गया।
सड़क पर जैसे फट गई धरती...
वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि कैसे सड़क पर दरारें पड़ती हैं और फिर देखते ही देखते पूरी सड़क धंस जाती है। लोग अपनी जान बचाने के लिए दौड़ते हैं, और कुछ कारें किसी तरह खुद को पीछे खींच पाती हैं। लेकिन तीन गाड़ियां इस हादसे में क्षतिग्रस्त हो गईं।
क्या था हादसे का कारण?
बैंकॉक के गवर्नर चाडचार्ट सिटिपंट ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि शुरुआती जांच में यह बात सामने आई है कि हादसा अंडरग्राउंड रेलवे स्टेशन के निर्माण कार्य की वजह से हुआ। इस निर्माण के चलते ज़मीन के नीचे की मिट्टी कमजोर हो गई थी, जिससे यह भयावह हादसा हुआ।
गवर्नर ने यह भी बताया कि एक वॉटर पाइप के फटने के कारण इलाके की बिजली और पानी की आपूर्ति बंद कर दी गई है। हालांकि, वजीरा अस्पताल में सभी सेवाएं सामान्य रूप से चल रही हैं। लेकिन पास के पुलिस स्टेशन की स्थिति चिंताजनक है और उसे भी खाली करा लिया गया है।
राहत की खबर – कोई हताहत नहीं
हालांकि यह हादसा कितना भी डरावना क्यों न रहा हो, राहत की बात यह रही कि इसमें किसी के घायल होने या मौत की सूचना नहीं है। थाईलैंड के प्रधानमंत्री अनुतिन चर्नविराकुल ने इसे “संभवतः निर्माण संबंधी लापरवाही” बताया और जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने यह भी कहा, “सौभाग्य से कोई जनहानि नहीं हुई, लेकिन यह चेतावनी है कि ऐसे कार्यों में अधिक सतर्कता बरती जाए।” स्थानीय प्रशासन और राहत एजेंसियां अब साइट को सील कर चुकी हैं और आगे की भूमिगत गतिविधियों पर रोक लगा दी गई है। इंजीनियर और सुरक्षा अधिकारी लगातार इलाके की मॉनिटरिंग कर रहे हैं ताकि कोई और हादसा न हो।