Edited By Tanuja,Updated: 14 Jul, 2022 03:42 PM

चीन में कोरोना वायरस का कोहराम अभी थमा नहीं है। संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए इसके प्रकोप पर लगाम लगाने के लिए फिर लॉकडाउन का...
बीजिंगः चीन में कोरोना वायरस का कोहराम अभी थमा नहीं है। संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए इसके प्रकोप पर लगाम लगाने के लिए फिर लॉकडाउन का सहारा लिया जा सकता है । दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था चीन में अगर फिर लॉकडाऊन लगाया गया तो देश की अर्थव्यवस्था के लिए इसके नतीजे काफी भयावह होंगे । यह इकोनॉमी के लिए बड़ा झटका साबित होगा और पूरी दुनिया पर इसका प्रभाव पड़ेगा।
कोरोना के खौफ का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि संक्रमण का सिर्फ एक मामला सामने आने के बाद ही चीन के एक शहर को 3 दिनों के लिए बंद कर दिया गया। संभावना जताई जा रही है कि चीन में कोरोना संक्रमण बढ़ने पर फिर से लॉकडाउन की घोषणा हो सकती है। इससे फैक्ट्रियों में उत्पादन ठप्प होने का डर है वहीं, कंस्ट्रक्शन गतिविधियों पर भी इसका असर होगा। जबकि, कर्ज की मार झेल रहीं चीन की कंस्ट्रक्शन कंपनियां पहले से ही मुश्किलों का सामना कर रही हैं।
इकोनॉमी से जुड़े सभी इंडिकेटर्स इस बात की गवाही दे रहे हैं कि दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था चीन में गिरावट का दौर शुरू हो चुका है लेकिन चीन सरकार की उम्मीदें इस साल की दूसरी छमाही पर टिकी हैं। जिनपिंग सरकार का मानना है कि इससे 5.5 प्रतिशत ग्रोथ का लक्ष्य हासिल हो जाएगा।
बता दें कि चीन में इन दिनों कोरोना ने फिर से खलबली मचा दी है जिसके बाद चीनी शेयर बाजार बीते 15 दिनों में बुरी तरह टूटा है। चीन का Hang Seng China Enterprise Index 28 जून के बाद से अब तक करीब 9 फीसदी तक गिर चुका है। ऐसे में इन्वेस्टर्स के सामने फिर से चिंता खड़ी हो गई है कि अगर कोरोना के मामले बढ़ते हैं, तो फिर से आर्थिक गतिविधियां ठप हो जाएंगी।