अफगानिस्तान में बार-बार भूकंप क्यों मचाता है तबाही? जानिए 3 बड़ी वजहें और हाल के वर्षों के आंकड़े

Edited By Updated: 01 Sep, 2025 10:37 PM

why does the devastation occur frequently in afghanistan

अफगानिस्तान के जलालाबाद में रविवार रात आए 6 तीव्रता के भूकंप ने भारी तबाही मचाई है। इस भूकंप में 800 से ज्यादा लोग मारे गए और 2,500 से अधिक घायल हुए हैं। भूकंप का केंद्र धरती की सतह से लगभग 8 किलोमीटर गहराई पर था, जिससे इसका प्रभाव ज्यादा विनाशकारी...

इंटरनेशनल डेस्कः अफगानिस्तान के जलालाबाद में रविवार रात आए 6 तीव्रता के भूकंप ने भारी तबाही मचाई है। इस भूकंप में 800 से ज्यादा लोग मारे गए और 2,500 से अधिक घायल हुए हैं। भूकंप का केंद्र धरती की सतह से लगभग 8 किलोमीटर गहराई पर था, जिससे इसका प्रभाव ज्यादा विनाशकारी रहा।

अफगानिस्तान-पाकिस्तान का इलाका भूकंप के लिहाज से बहुत संवेदनशील माना जाता है। पिछले पांच वर्षों में इस क्षेत्र में 30 से अधिक बड़े भूकंप आ चुके हैं, जिनमें लगभग 2,000 लोगों की जान गई है। आइए जानते हैं कि इस क्षेत्र में बार-बार भूकंप क्यों आते हैं और हाल के सालों में भूकंपों की क्या स्थिति रही है।

भूकंप की 3 मुख्य वजहें:

1. टेक्टोनिक प्लेट्स की टक्कर
अफगानिस्तान भारतीय प्लेट और यूरेशियन प्लेट के टकराव वाले क्षेत्र में स्थित है। भारतीय प्लेट धीरे-धीरे उत्तर की ओर बढ़ रही है और यूरेशियन प्लेट से टकरा रही है। इस टक्कर से भू-गर्भीय तनाव बढ़ता है, जिससे भूकंप आते हैं। इसी टक्कर के कारण हिमालय पर्वत श्रृंखला का निर्माण हुआ है और यह पूरा क्षेत्र भूकंपीय रूप से संवेदनशील हो गया है।

2. हिंदू कुश क्षेत्र के गहरे भूकंप
अफगानिस्तान के हिंदू कुश क्षेत्र में गहराई वाले भूकंप आते रहते हैं, जो 100 से 200 किलोमीटर की गहराई में होते हैं। ये गहरे भूकंप सतह पर कम नुकसान पहुंचाते हैं। लेकिन जब भूकंप की गहराई कम होती है (जैसे 10 से 20 किलोमीटर), तो इससे भारी तबाही होती है।

3. सक्रिय फॉल्ट लाइनें
फॉल्ट लाइन चट्टानों के बीच दरार होती है, जहां प्लेट्स लगातार हिलती रहती हैं। अफगानिस्तान में कई सक्रिय फॉल्ट लाइनें हैं, जैसे चमन फॉल्ट, हरि रूड फॉल्ट, और पामीर थ्रस्ट फॉल्ट। इन फॉल्ट लाइनों की हरकतों से ही भूकंप आते हैं।

2021 से 2025 तक अफगानिस्तान और आसपास के इलाकों में आए प्रमुख भूकंप

साल 2025

  • 1 सितंबर: अफगानिस्तान में 6 तीव्रता का भूकंप, 800 से अधिक मौतें

  • 27 अगस्त: हिंदू कुश क्षेत्र में 5.6 तीव्रता का भूकंप

  • 19 अगस्त: 5.2 तीव्रता, 186 किमी गहराई पर भूकंप

  • अप्रैल-मई-जून में पाकिस्तान और अफगानिस्तान में 5.5 से 5.8 तीव्रता के कई भूकंप

साल 2024

  • जनवरी से अक्टूबर तक अफगानिस्तान, पाकिस्तान और कश्मीर में कई भूकंप, जिनमें 5 से 6.3 तीव्रता के भूकंप शामिल हैं

  • 11 सितंबर को पाकिस्तान में 5.75 तीव्रता का भूकंप, 10 किमी की गहराई पर

साल 2023

  • जनवरी: हिंदू कुश में 5.8 तीव्रता का भूकंप

  • मार्च में उत्तरी अफगानिस्तान में 6.5 तीव्रता का भूकंप, जिसमें 13 लोगों की मौत

  • अगस्त और अक्टूबर में कई बार भूकंप

  • नवंबर में 5.3 तीव्रता का भूकंप

साल 2022

  • जनवरी, फरवरी, जून, अगस्त और सितंबर में 5.6 से 6 तीव्रता के कई भूकंप

  • जून में 6 तीव्रता के भूकंप में 1,000 से ज्यादा मौतें हुईं

  • सितंबर में दो भूकंपों में 8 लोगों की मौत

साल 2021

  • मई में 4.6 तीव्रता का भूकंप

  • अक्टूबर में पाकिस्तान में आए भूकंप में कम से कम 15 लोगों की मौत

क्यों है यह क्षेत्र इतना भूकंपीय रूप से संवेदनशील?

अफगानिस्तान और इसके आस-पास का इलाका मुख्य रूप से तीन बड़े भूगर्भीय कारणों से भूकंप के लिए संवेदनशील है:

  • टेक्टोनिक प्लेट्स की सक्रियता: भारतीय प्लेट उत्तर की ओर बढ़ रही है और यूरेशियन प्लेट से टकरा रही है, जिससे भूगर्भीय तनाव उत्पन्न होता है।

  • गहराई वाले और सतही भूकंप: हिंदू कुश क्षेत्र में गहराई वाले भूकंप तो होते ही हैं, लेकिन जब सतह के करीब भूकंप आते हैं, तब नुकसान ज्यादा होता है।

  • फॉल्ट लाइनों की मौजूदगी: लगातार दरारों में होने वाली हलचल से बार-बार ऊर्जा निकलती है, जिससे भूकंप आते हैं।

बाढ़ और भूकंप से प्रभावित लोगों के लिए राहत कार्य जारी

इन भूकंपों से प्रभावित इलाकों में राहत और बचाव कार्य तेजी से चलाए जा रहे हैं। स्थानीय प्रशासन और अंतरराष्ट्रीय एजेंसियां मिलकर फंसे हुए लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाने और पुनर्वास के प्रयास कर रही हैं। लेकिन लगातार भूकंप और प्राकृतिक आपदाओं के कारण यहां के लोगों की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं।

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