Edited By Tanuja,Updated: 22 Mar, 2022 01:25 PM
पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में आर्गेनाईजेशन ऑफ इस्लामिक कॉपरेशन (OIC) की 22-23 मार्च को होने वाली बैठक अभी से विवादों....
इंटरनेशनल डेस्कः पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में आर्गेनाईजेशन ऑफ इस्लामिक कॉपरेशन (OIC) की 22-23 मार्च को होने वाली बैठक अभी से विवादों में आ गई है। दरअसल, इस बैठक में चीन के विदेश मंत्री वांग यी बतौर स्पेशल गेस्ट पर भाग ले रहे हैं । मुस्लिम देशों के इस बैठक में चीन को देखकर उइगर संगठनों ने चिंता जताई है। वर्ल्ड उइगुर कांग्रेस (WUC) ने मामले को लेकर कहा है कि OIC में वांग यी की उपस्थिति OIC की विश्वसनीयता और अंतर्राष्ट्रीय प्रतिष्ठा को कमजोर करती है।
WUC के अध्यक्ष डोलकुन ईसा ने कहा है कि विदेश मंत्रियों की आगामी OIC बैठक में एक चीनी सरकार के प्रतिनिधि की उपस्थिति मुस्लिम-बहुल सरकारों के बीच चीन के जबरदस्त प्रभाव को दर्शाती है। यदि OIC मुस्लिम दुनिया की भरोसेमंद आवाज बनने की कोशिश करता है तो वह पूर्वी तुर्किस्तान में लाखों उइगर और अन्य तुर्क मुसलमानों की पीड़ा के लिए अपनी आंखें बंद नहीं कर सकता।
WUC ने OIC से चीन सरकार के जबरदस्ती प्रभाव को अस्वीकार करने की अपील है और उइगर नरसंहार पर OIC की चुप्पी तोड़ने की अपील की है। WUC ने कहा है कि OIC की बैठक में वांग यी की उपस्थिति को उइगरों पर चीनी अत्याचारों का मौन समर्थन समझा जाएगा। WUC ने अंतर्राष्ट्रीय संगठनों और दुनिया की सरकारों से चीन द्वारा उइगरों के मानवाधिकारों के हनन के खिलाफ कड़ा रुख अपनाने की अपील की गई है।
WUC ने कहा है कि इस बैठक का एजेंडा इस्लामोफोबिया है लेकिन हैरान करने वाली बता है कि OIC की वेबसाइट पर उइगर मुस्लिमों पर जारी चीनी अत्यचार अपराधों का कोई उल्लेख नहीं है। पूर्वी तुर्किस्तान में हजारों मस्जिदों, मंदिरों, कब्रिस्तानों और धार्मिक महत्व के अन्य स्थलों को नष्ट या क्षतिग्रस्त कर दिया गया है। OIC ने लगातार उइगर मसलों से दूरी बनाए हुए है।