Edited By PTI News Agency,Updated: 28 Jun, 2022 09:30 PM

मुंबई, 28 जून (भाषा) अधिकांश कर्मचारियों का मानना है कि काम पर अधिक संवेदनशीलता से उनकी उत्पादकता बढ़ती है। पेशेवर नेटवर्किंग मंच लिंक्डइन की एक रिपोर्ट में यह निष्कर्ष निकाला गया है।
मुंबई, 28 जून (भाषा) अधिकांश कर्मचारियों का मानना है कि काम पर अधिक संवेदनशीलता से उनकी उत्पादकता बढ़ती है। पेशेवर नेटवर्किंग मंच लिंक्डइन की एक रिपोर्ट में यह निष्कर्ष निकाला गया है।
यह रिपोर्ट 25 मई से 31 मई के बीच भारत में 2,188 पेशेवरों के बीच किए गए एक सर्वेक्षण पर आधारित है।
सर्वे में पाया गया कि महामारी के बाद भारत में चार में तीन यानी 76 प्रतिशत से अधिक पेशेवर अपनी भावनाओं को व्यक्त करने में अधिक सहज महसूस करते हैं।
रिपोर्ट के अनुसार, करीब दस में से नौ यानी 87 प्रतिशत कर्मचारियों ने इसपर सहमति जताई है कि काम पर अधिक संवेदनशीलता दिखाना उन्हें अधिक उत्पादक बनाता है।
सर्वे के मुताबिक, लगभग दो-तिहाई यानी कि 63 प्रतिशत कर्मचारियों ने अपने ‘बॉस’ के सामने रोने की बात को स्वीकार किया है। वहीं एक-तिहाई यानी 32 प्रतिशत ने अधिक मौकों पर ऐसा किया है। हालांकि, दस में से सात (70 प्रतिशत) पेशेवरों का मानना था कि काम के दौरान भावनाओं को साझा करना अच्छा नहीं होता।
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