Edited By Anu Malhotra,Updated: 31 Oct, 2025 09:57 AM

हर कोई यह जानना चाहता है कि आखिर 1 करोड़ रुपये का घर खरीदने के लिए कितनी सैलरी होनी चाहिए। इस सवाल का जवाब इन्वेस्टमेंट बैंकर और बिजनेस एजुकेटर सार्थक अहूजा ने अपने चार सुनहरे फाइनेंशियल नियमों के ज़रिए दिया है — जो किसी भी मिडिल-क्लास प्रोफेशनल के...
नेशनल डेस्क: हर कोई यह जानना चाहता है कि आखिर 1 करोड़ रुपये का घर खरीदने के लिए कितनी सैलरी होनी चाहिए। इस सवाल का जवाब इन्वेस्टमेंट बैंकर और बिजनेस एजुकेटर सार्थक अहूजा ने अपने चार सुनहरे फाइनेंशियल नियमों के ज़रिए दिया है — जो किसी भी मिडिल-क्लास प्रोफेशनल के लिए घर खरीदने की सही दिशा दिखा सकते हैं।
1. आय और घर का सीधा रिश्ता
अहुजा का कहना है कि आपकी वार्षिक इनकम घर की कीमत का कम से कम पांचवां हिस्सा होनी चाहिए। उदाहरण के तौर पर — अगर आपकी सालाना आय ₹20 लाख है, तो आप ₹1 करोड़ तक का घर खरीदने की स्थिति में हैं। यानी आपकी मासिक इनहैंड सैलरी करीब ₹1.6 से ₹1.7 लाख होनी चाहिए ताकि लोन, EMI और खर्चों का संतुलन बना रहे।
2. 20-30% रकम खुद से जुटाएं
घर खरीदने की योजना बनाते वक्त कम से कम 20 से 30 प्रतिशत डाउन पेमेंट अपनी बचत या निवेश से करना ज़रूरी है।अगर घर की कीमत ₹1 करोड़ है, तो ₹20 से ₹30 लाख रुपये आपको खुद के पास होने चाहिए। अहूजा के मुताबिक, लोन राशि घर के कुल मूल्य का 65% से अधिक नहीं होनी चाहिए — वरना भविष्य में ब्याज और EMI दोनों का दबाव बढ़ सकता है।
3. EMI का बैलेंस न बिगाड़ें
अगर आपकी सैलरी ₹1.6 लाख महीना है, तो EMI का हिस्सा 55 से 60 हजार रुपये से अधिक नहीं होना चाहिए। इससे आपकी आय का लगभग 35% हिस्सा बाकी खर्चों और निवेशों के लिए बचा रहेगा, जिससे वित्तीय स्थिरता बनी रहेगी। ज़्यादा EMI लेने का मतलब है बाकी ज़रूरतों पर समझौता करना।
4. लोन की अवधि सीमित रखें
अहुजा सलाह देते हैं कि गृह ऋण का टेन्योर 20 साल से ज़्यादा नहीं होना चाहिए। लंबी अवधि के लोन में ब्याज का बोझ काफी बढ़ जाता है और वास्तविक घर की कीमत दोगुनी तक हो सकती है। कम अवधि का लोन न सिर्फ ब्याज घटाता है बल्कि जल्द घर का मालिक बनने की मानसिक राहत भी देता है।