Edited By Monika Jamwal,Updated: 11 Apr, 2022 05:42 PM
वर्ष 2019 में धारा 370 हटने के बाद 21,00 के करीब कश्मीरी पंडितों ने घाटी वापसी की है।
श्रीनगर: वर्ष 2019 में धारा 370 हटने के बाद 21,00 के करीब कश्मीरी पंडितों ने घाटी वापसी की है। उन्होंने आतंकियों की धमकियों को भी नकार कर वादी में लौटने की हिम्मत दिखाई है। डेकन हेराल्ड की खबर के अनुसार इस बात का दावा सरकार ने किया है। इस बात का दावा सरकार ने किया है।
1990 में कश्मीर में आतंकी हिंसा के चलते करीब 55000 कश्मीरी पंडित परिवारों ने घाटी से पलायन कर दिया था। कश्मीर में 90 के बाद से ही अशांति का माहेल रहा है और आतंकियों ने अब कश्मीर में बाहरी मजदूरों को भी निशाना बनाना शुरू कर दिया है।
2015 में प्रधानमंत्री रोजगार पैकेज के तहत विस्थाति कश्मीरी पंडितों को 3000 सरकारी नौकरियां दी गईं। अभी तक 2,882 की चयन प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। इनमें से 1913 को नौकरी मिल चुकी है और बाकी के कागजों की जांच चल रही है।
कश्मीर से पंडितों के बाहर निकाले जाने को लेकर दो धारणाएं हैं। पंडितों का कहना रहा हे कि वे अपनी जमीन से बाहर नहीं जाना चाहते थे और उन्हें जबरन निकाला गया पर कश्मीरी मुस्लिम ऐसा नहीं मानते हैं। उनका कहना है कि उस समय के गवर्नर ने पंडितों को घाटी से निकाला था और इसके पीछे प्रशासन का अपना एक नजरिया था।