Edited By Anu Malhotra,Updated: 04 Dec, 2025 10:21 AM

दुनिया की सबसे रहस्यमयी विमान दुर्घटनाओं में से एक, मलेशिया एयरलाइंस फ्लाइट MH370, अब भी अपने 239 यात्रियों और क्रू के साथ क्या हुआ, इसका जवाब तलाश रही है। 8 मार्च 2014 को कुआलालंपुर से बीजिंग के लिए उड़ान भरने के बाद यह बोइंग 777 विमान रडार से गायब...
नेशनल डेस्क: दुनिया की सबसे रहस्यमयी विमान दुर्घटनाओं में से एक, मलेशिया एयरलाइंस फ्लाइट MH370, अब भी अपने 239 यात्रियों और क्रू के साथ क्या हुआ, इसका जवाब तलाश रही है। 8 मार्च 2014 को कुआलालंपुर से बीजिंग के लिए उड़ान भरने के बाद यह बोइंग 777 विमान रडार से गायब हो गया था। दस साल से अधिक समय बीत चुका है, लेकिन यह रहस्य अभी भी हल नहीं हुआ। अब मलेशिया सरकार ने इस खोज को फिर से शुरू करने का ऐलान किया है।
नई खोज का एलान
मलेशिया सरकार ने बुधवार को बताया कि अमेरिकी मरीन रोबोटिक्स कंपनी ओशियन इन्फिनिटी 30 दिसंबर से समुद्र की गहराई में MH370 को ढूंढने का अभियान शुरू करेगी। इस बार खोज अभियान पहले की तुलना में उन्नत तकनीक और विशेषज्ञ टीम के साथ किया जाएगा। खोज का क्षेत्र लगभग 15,000 वर्ग किलोमीटर में फैला है और ऑपरेशन कुल 55 दिनों तक चलेगा।
MH370 का रहस्य
MH370 ने उड़ान भरने के 39 मिनट बाद रडार से संपर्क खो दिया। पायलट का आखिरी संदेश था—“गुड नाइट, मलेशियन थ्री सेवन जीरो”। इसके बाद विमान वियतनामी एयरस्पेस में दिखाई नहीं दिया और ट्रांसपोंडर बंद हो गया। मिलिट्री रडार ने विमान की दिशा बदलते हुए दक्षिण की ओर मुड़ने की जानकारी दी। सैटेलाइट डेटा से पता चला कि विमान कई घंटे हवा में रहा और संभवतः फ्यूल खत्म होने के बाद दक्षिणी हिंद महासागर में गिर गया।
पहले की खोज और सीमाएं
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर वर्षों तक खोज अभियान जारी रहा, लेकिन मुख्य मलबा नहीं मिला। साउथ चाइना सी, अंदमान सागर और दक्षिणी हिंद महासागर में 1,20,000 वर्ग किलोमीटर से अधिक क्षेत्र को खोजा गया। 2015 में रेयूनियन आइलैंड पर फ्लैपरॉन और कुछ छोटे टुकड़े अफ्रीका के तट पर मिले, लेकिन ये रहस्य हल करने में असफल रहे।
2018 में ओशियन इन्फिनिटी ने “नो फाइंड, नो फी” मॉडल पर खोज की थी, लेकिन सफलता नहीं मिली। अब नई कॉन्ट्रैक्ट के तहत उन्हें 70 मिलियन डॉलर तभी मिलेंगे जब मलबा मिलेगा। अप्रैल में खराब मौसम के कारण अभियान रोका गया था, लेकिन दिसंबर से यह फिर शुरू होगा।
MH370 के गायब होने को लेकर कई थ्योरी सामने आई—हाइजैकिंग, केबिन डीप्रेशराइजेशन, पावर फेलियर और जानबूझकर दखलअंदाजी। सबसे रहस्यमयी पहलू यह है कि कोई डिस्ट्रेस कॉल नहीं आया, न ही मौसम या तकनीकी खराबी के स्पष्ट सबूत मिले। 2018 की जांच में यात्रियों और क्रू को क्लीन चिट दी गई, लेकिन किसी की जानबूझकर दखलअंदाजी की संभावना पूरी तरह खारिज नहीं हुई।
कौन थे विमान में
विमान में 227 यात्री और 12 क्रू थे। अधिकांश यात्री चीन से थे। दो ईरानी युवक चोरी के पासपोर्ट पर यात्रा कर रहे थे। 20 यात्री अमेरिकी कंपनी फ्रीस्केल सेमीकंडक्टर के कर्मचारी थे। कई परिवार पूरी तरह से इस विमान में सफर कर रहे थे, जिससे यह दुर्घटना कई घरों के जीवन को तहस-नहस कर गई। नई तकनीक और विशेषज्ञ टीम के साथ ओशियन इन्फिनिटी का यह अभियान उम्मीद जगा रहा है कि शायद इस बार दुनिया को MH370 का रहस्य मिल सके। कंपनी ने कहा है कि खोज को अब तक की सबसे संभावित और उन्नत तकनीक पर केंद्रित किया जाएगा, लेकिन अभी तक कोई नया सुराग सामने नहीं आया है।