Edited By Anu Malhotra,Updated: 20 Sep, 2025 07:53 AM

यदि आप सरकारी कॉलेज या यूनिवर्सिटी में असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर हैं या इस पद की तैयारी कर रहे हैं, तो आपके लिए एक बड़ी खुशखबरी सामने आई है। आने वाले समय में आपकी सैलरी में जबरदस्त उछाल देखने को मिल सकता है। 8वें वेतन आयोग की संभावित सिफारिशें न...
नई दिल्ली: यदि आप सरकारी कॉलेज या यूनिवर्सिटी में असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर हैं या इस पद की तैयारी कर रहे हैं, तो आपके लिए एक बड़ी खुशखबरी सामने आई है। आने वाले समय में आपकी सैलरी में जबरदस्त उछाल देखने को मिल सकता है। 8वें वेतन आयोग की संभावित सिफारिशें न सिर्फ बेसिक पे बढ़ाने जा रही हैं, बल्कि अन्य भत्तों और सुविधाओं में भी उल्लेखनीय सुधार की उम्मीद है।
अभी की सैलरी क्या है?
इस समय केंद्र सरकार के अधीन कार्यरत असिस्टेंट प्रोफेसरों का मूल वेतन ₹56,100 प्रति माह है। इसके साथ महंगाई भत्ता (DA), आवास भत्ता (HRA), चिकित्सा सुविधाएं और अन्य भत्ते अलग से दिए जाते हैं।
सैलरी बढ़ाने में फिटमेंट फैक्टर का क्या रोल है?
वेतन संशोधन में सबसे अहम होता है "फिटमेंट फैक्टर", जो पुराने वेतन को नए वेतन में बदलने का एक विशेष गणितीय गुणांक होता है। मौजूदा अनुमान के मुताबिक, 8वें वेतन आयोग में यह फैक्टर 2.57 रहने की संभावना है। इसका मतलब है कि वर्तमान बेसिक पे को लगभग 2.5 गुना बढ़ाया जा सकता है।
नई सैलरी कितनी हो सकती है?
अगर 2.57 का फिटमेंट फैक्टर लागू होता है, तो असिस्टेंट प्रोफेसर का नया बेसिक वेतन ₹1,44,117 प्रति माह तक पहुंच सकता है। यानी आज जहां आपको ₹56,100 बेसिक मिल रहा है, वहीं नई व्यवस्था में यह राशि ढाई गुना से भी ज्यादा हो सकती है।
भत्तों में भी दिखेगा बड़ा असर
बेसिक सैलरी बढ़ते ही उससे जुड़े सभी भत्तों में भी बढ़ोतरी तय है। महंगाई भत्ता, हाउस रेंट अलाउंस, शहर भत्ता और चिकित्सा सुविधा सभी नए मूल वेतन के अनुपात में मिलेंगे। इससे कुल मासिक वेतन और भी अधिक आकर्षक हो जाएगा।