Delhi-NCR वालों का ये है अमीर बनने का फॉर्मूला, यहां कर रहे 90% से अधिक सेविंग्स का निवेश

Edited By Updated: 21 Jul, 2025 11:23 AM

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जब भी निवेश की बात होती है तो आजकल कई विकल्प उपलब्ध हैं जैसे शेयर बाजार, सोना, FD, म्यूचुअल फंड, SIP आदि। लेकिन दिल्ली-एनसीआर के लोग आज भी प्रॉपर्टी को सबसे सुरक्षित और फायदेमंद निवेश मानते हैं। Axis Capital की ताजा रिपोर्ट बताती है कि यहां के लोग...

नेशनल डेस्क: जब भी निवेश की बात होती है तो आजकल कई विकल्प उपलब्ध हैं जैसे शेयर बाजार, सोना, FD, म्यूचुअल फंड, SIP आदि। लेकिन दिल्ली-एनसीआर के लोग आज भी प्रॉपर्टी को सबसे सुरक्षित और फायदेमंद निवेश मानते हैं। Axis Capital की ताजा रिपोर्ट बताती है कि यहां के लोग अपनी कुल बचत का लगभग 92.3% हिस्सा रियल एस्टेट में लगाते हैं। यह आंकड़ा कई बड़े राज्यों से भी कहीं अधिक है और दिल्ली-एनसीआर की निवेश परंपरा को दर्शाता है।

दिल्ली-एनसीआर में रियल एस्टेट निवेश की प्रबल प्राथमिकता

आज के समय में जहां स्टॉक मार्केट में उतार-चढ़ाव और सोने की कीमतों में बदलाव देखते हैं, वहीं दिल्ली-एनसीआर के निवेशकों का रुझान रियल एस्टेट की ओर सबसे ज्यादा है। चाहे वह फ्लैट हो या जमीन, लोग मानते हैं कि प्रॉपर्टी में निवेश से उनकी पूंजी सुरक्षित रहती है और उसमें समय के साथ बढ़ोतरी भी होती है। Axis Capital की रिपोर्ट में बताया गया है कि दिल्ली-एनसीआर के परिवार अपनी कुल बचत का औसतन 92.3% हिस्सा प्रॉपर्टी में लगाते हैं, जो कि बहुत बड़ा प्रतिशत है। इससे यह स्पष्ट होता है कि यहां के लोग शेयर बाजार या अन्य निवेश साधनों की तुलना में प्रॉपर्टी को ज्यादा भरोसेमंद मानते हैं।

महाराष्ट्र, कर्नाटक और तेलंगाना जैसे राज्यों से भी आगे

देश के अन्य बड़े राज्यों जैसे महाराष्ट्र, कर्नाटक और तेलंगाना में भी रियल एस्टेट निवेश लोकप्रिय है। लेकिन इन राज्यों में लोग अपनी सेविंग का लगभग 85-88% हिस्सा प्रॉपर्टी में लगाते हैं, जो दिल्ली-एनसीआर के 92.3% के मुकाबले कम है। यह दिखाता है कि दिल्ली-एनसीआर के लोग अपनी पूंजी को रियल एस्टेट में लगाने में कितना विश्वास करते हैं।

क्यों है दिल्ली-एनसीआर में रियल एस्टेट का इतना क्रेज?

Axis Capital के मुताबिक दिल्ली-एनसीआर के लोगों की निवेश संस्कृति में जमीन और मकान को सबसे सुरक्षित निवेश माना जाता है। यहां की आमदनी और बचत क्षमता देश के अन्य हिस्सों से बेहतर है, जिससे लोग बड़ी रकम को प्रॉपर्टी में निवेश करने में सक्षम हैं। रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली-एनसीआर में प्रति परिवार औसत बचत लगभग 40 लाख रुपए है, जबकि पूरे देश का औसत 27 लाख रुपए है। यह बचत का बड़ा हिस्सा प्रॉपर्टी में चला जाता है क्योंकि यह एक स्थिर और दीर्घकालिक निवेश माना जाता है।

प्रॉपर्टी के दामों में तेज बढ़ोतरी

दिल्ली-एनसीआर में प्रॉपर्टी की कीमतों में हर साल लगभग 23% की बढ़ोतरी देखी गई है। इसके पीछे कई कारण हैं, जिनमें कम सप्लाई और बढ़ती मांग शामिल हैं। बड़े और बेहतर घरों की चाहत ने प्रॉपर्टी की कीमतों को लगातार ऊपर धकेला है। इस वजह से निवेशक समझते हैं कि रियल एस्टेट में निवेश केवल सुरक्षित ही नहीं बल्कि लाभकारी भी है।

रियल एस्टेट में निवेश से जुड़ी मुख्य बातें

  • दिल्ली-एनसीआर के लोग अपनी कुल बचत का अधिकतम हिस्सा प्रॉपर्टी में निवेश करते हैं।

  • यहां की औसत बचत देश की तुलना में अधिक है।

  • प्रॉपर्टी की कीमतें सालाना लगभग 23% बढ़ रही हैं।

  • यह निवेश स्थिरता और दीर्घकालिक लाभ का माध्यम माना जाता है।

  • दूसरे राज्यों की तुलना में दिल्ली-एनसीआर में प्रॉपर्टी निवेश का क्रेज ज्यादा है।

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