Edited By vasudha,Updated: 23 Feb, 2021 03:51 PM

किसान आंदोलन पर लगातार इंसाफ की गुहार लगा रहे हिंदी सिनेमा के मशहूर अभिनेता धर्मेंद्र ने एक बार फिर अपना दुख जाहिर किया है। उन्होंने ने किसानों के प्रति अपनी सहानुभूति और समर्थन दिखाते हुए कहा कि वह मजूबर हैं। इसके साथ अभिनेता ने ये भी बताया कि...
नेशनल डेस्क: किसान आंदोलन पर लगातार इंसाफ की गुहार लगा रहे हिंदी सिनेमा के मशहूर अभिनेता धर्मेंद्र ने एक बार फिर अपना दुख जाहिर किया है। उन्होंने ने किसानों के प्रति अपनी सहानुभूति और समर्थन दिखाते हुए कहा कि वह मजूबर हैं। इसके साथ अभिनेता ने ये भी बताया कि उन्होंने किसानों के लिए केंद्र सरकार से भी बात की है लेकिन उनके हाथ मायूसी ही लगी।
धर्मेंद्र ने वीडियो भी किया जारी
धर्मेंद्र ने ट्विटर पर अपनी तस्वीरों का एक मोंटाज वीडियो शेयर किया। इसके साथ उन्होंने लिखा कि सुमैला, इस बेजा चाहत का हकदार, मैं नहीं...मासूमयित है आप सबकी... हंसता हूं हंसाता हूं... मगर...उदास रहता हूं...इस उम्र में कर के बेदखिल... मुझे मेरी धरती से... दे दिया सदमा...मुझे मेरे अपनों ने।दरअसल इस वीडियो काे एक फैन ने बनाया है, जिसमें धर्मेंद्र के हिंदी सिनेमा में अलग-अलग किरदार और रंग नजर आ रहे हैं।

दुआ करता हूं कोई हल जल्दी निकल आए: धर्मेंद्र
धर्मेंद्र के इस ट्वीट पर एक यूजर ने जवाब देते हुए लिखा कि 'ये थे आप के अपने...जो अपने हक के लिए अभी भी लड़ रहे हैं और... रोज कई मर रहे हैं..पर अफसोस आज आपके अपने ये नहीं कोई और हैं' । इस पर अभिनेता ने लिखा 'पैरी...ये बहुत दुखदायी है...आप नहीं जानते हम ने सेंटर में किस किस से क्या क्या कहा है मगर बात नहीं बनी। बहुत दुखी हैं हम...दुआ करता हूं कोई हल जल्दी निकल आए..ख्याल रखें...आप सभी को प्यार'

किसानों के पक्ष में पहले भी बोल चुके हैं अभिनेता
बता दें कि अभिनेता इससे पहले भी किसानों के समर्थन में ट्वीट कर चुके हैं। उन्होंने एक ट्वीट के माध्यम से कहा था कि मैं अपने किसान भाइयों की पीड़ा देखकर काफी दुखी हूं, सरकार को इसका समाधान तेजी से करना चाहिए। एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा था कि सरकार से प्रार्थना है कि किसान भाइयों की समस्या का जल्द ही समाधान निकाल लें। क्योंकि दिल्ली में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। यह देखकर दर्द होता है, हालांकि धर्मेंद्र द्वारा इस ट्वीट को डिलीट कर दिया गया था। इसके बाद उनकी खूब आलोचना हुई थी।
