Edited By Seema Sharma,Updated: 29 Nov, 2021 02:24 PM

संसद के शीतकालीन सत्र के पहले दिन लोकसभा और राज्यसभा दोनों सदनों में तीनों कृषि कानून वापसी बिल पास हो गया। दोपहर करीब 12.30 बजे पहले लोकसभा में बिल पास हुआ और उसके बाद दोपहर 2.10 पर राज्यसभा में कृषि कानून निरसन विधेयक-2021 को मंजूरी दे दी गई।
नेशनल डेस्क: संसद के शीतकालीन सत्र के पहले दिन लोकसभा और राज्यसभा दोनों सदनों में तीनों कृषि कानून वापसी बिल पास हो गया। दोपहर करीब 12.30 बजे पहले लोकसभा में बिल पास हुआ और उसके बाद दोपहर 2.10 पर राज्यसभा में कृषि कानून निरसन विधेयक-2021 को मंजूरी दे दी गई। केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने राज्यसभा में बिल वापसी पर बोलते हुए कहा कि यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बड़प्पन है कि उन्होंने किसानों की जिद्द का मान रखा।
तोमर ने कहा कि कांग्रेस ने हमेशा दोहरा चोहरा दिखाया है। कृषि कानून आने पर इसका विरोध किया और जब यह वापिस हो रहा है तब भी हंगामा कर रहे हैं। दरअसल राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि कृषि कानून पर सरकार के फैसले का स्वागत है। तोमर ने खड़गे की इस टिप्पणी पर कटाक्ष किया कि विपक्ष कभी एक रुख नहीं अपनाता है।

विधेयक उन तीन कृषि कानूनों को निरस्त करने के लिए है, जिनके खिलाफ किसान एक साल से अधिक समय से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। विधेयक के उद्देश्य और कारणों के कथन में कहा गया कि ‘‘ऐसे में जब हम आजादी का 75वां वर्ष - 'आजादी का अमृत महोत्सव' मना रहे हैं, तो समय की जरूरत है कि सभी को समावेशी प्रगति और विकास के रास्ते पर साथ लिया जाए।'' इसमें कहा गया है, ‘‘उसके मद्देनजर, उपरोक्त कृषि कानूनों को निरस्त करने का प्रस्ताव है।
