Edited By Parveen Kumar,Updated: 21 Dec, 2025 08:55 PM

दिल्ली-एनसीआर में लगातार बिगड़ती वायु गुणवत्ता ने हालात गंभीर बना दिए हैं। पूरे क्षेत्र पर स्मॉग की घनी चादर छा गई है और एयर क्वालिटी इंडेक्स खतरनाक स्तर पर पहुंच चुका है। इसी के चलते ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान (GRAP) का स्टेज-IV लागू कर दिया गया...
नेशनल डेस्क: दिल्ली-एनसीआर में लगातार बिगड़ती वायु गुणवत्ता ने हालात गंभीर बना दिए हैं। पूरे क्षेत्र पर स्मॉग की घनी चादर छा गई है और एयर क्वालिटी इंडेक्स खतरनाक स्तर पर पहुंच चुका है। इसी के चलते ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान (GRAP) का स्टेज-IV लागू कर दिया गया है। हालात को काबू में लाने के लिए गुरुग्राम जिला प्रशासन ने कॉर्पोरेट और प्राइवेट संस्थानों के लिए अहम एडवाइजरी जारी की है, साथ ही सरकारी दफ्तरों के समय में भी बदलाव किया गया है।
22 दिसंबर से वर्क-फ्रॉम-होम की सलाह
गुरुग्राम के जिला उपायुक्त (DC) ने आधिकारिक निर्देश जारी करते हुए जिले के सभी प्राइवेट संस्थानों और कॉर्पोरेट ऑफिसों से कहा है कि वे 22 दिसंबर 2025 से कर्मचारियों को वर्क-फ्रॉम-होम (WFH) के लिए प्रोत्साहित करें। यह व्यवस्था अगले आदेश तक लागू रहेगी। प्रशासन का मकसद सड़कों पर वाहनों की संख्या घटाना और प्रदूषण के स्तर को कम करना है।
ऑफिस सिर्फ 50% स्टाफ के साथ चलेंगे
13 दिसंबर 2025 को CAQM द्वारा जारी आदेश के आधार पर प्रशासन ने साफ किया है कि मौजूदा हालात में कार्यालयों को केवल 50% कर्मचारियों की मौजूदगी के साथ ही चलाने की अनुमति होगी। शेष 50% कर्मचारियों के लिए घर से काम करना अनिवार्य करने की सलाह दी गई है। यह नियम उन सभी गैर-आवश्यक सेवाओं पर लागू होगा, जिन्हें डिजिटल मोड में संचालित किया जा सकता है।
प्रदूषण से लड़ाई को बताया सामूहिक प्रयास
डीसी गुरुग्राम ने इसे प्रदूषण के खिलाफ ‘सामूहिक जंग’ करार दिया है। उनका कहना है कि अगर कॉर्पोरेट सेक्टर इस एडवाइजरी का ईमानदारी से पालन करता है, तो इससे न केवल लोगों की सेहत सुरक्षित रहेगी, बल्कि वायु प्रदूषण को कम करने में भी मदद मिलेगी। प्रशासन ने चेतावनी दी है कि GRAP-IV के नियमों को सख्ती से लागू करना बेहद जरूरी है।
सरकारी दफ्तरों का समय भी बदला
आदेश के अनुसार, GRAP स्टेज-IV के दौरान गुरुग्राम जिले में सरकारी दफ्तरों के समय में बदलाव किया गया है। राज्य सरकार के तहत आने वाले दफ्तर सुबह 9:30 बजे से शाम 5:30 बजे तक काम करेंगे। वहीं गुरुग्राम और मानेसर नगर निगम, सोहना, पटौदी और मंडी नगर परिषद तथा फर्रुखनगर नगर समिति के तहत दफ्तरों का समय सुबह 8:30 बजे से शाम 4:30 बजे तक तय किया गया है।
आगे और सख्त कदमों के संकेत
प्रशासन ने आम जनता और उद्यमियों से पर्यावरण और जनस्वास्थ्य के प्रति जिम्मेदारी निभाने की अपील की है। अधिकारियों ने साफ किया है कि अगर आने वाले दिनों में प्रदूषण का स्तर नहीं सुधरा, तो और भी कड़े फैसले लिए जा सकते हैं। फिलहाल, सभी की नजरें दिल्ली-एनसीआर की हवा में सुधार पर टिकी हुई हैं।