Edited By Anu Malhotra,Updated: 17 Nov, 2025 10:36 AM

बांग्लादेश में राजनीति एक बार फिर उथल-पुथल की ओर बढ़ गई है। पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना पर आज अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायाधिकरण (ICT) में फैसला आना है, जिसके चलते राजधानी ढाका समेत कई प्रमुख शहरों में तनाव चरम पर पहुंच गया है। सरकार ने हाई अलर्ट जारी...
नेशनल डेस्क: बांग्लादेश में राजनीति एक बार फिर उथल-पुथल की ओर बढ़ गई है। पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना पर आज अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायाधिकरण (ICT) में फैसला आना है, जिसके चलते राजधानी ढाका समेत कई प्रमुख शहरों में तनाव चरम पर पहुंच गया है। सरकार ने हाई अलर्ट जारी किया है और सुरक्षा बलों को संवेदनशील इलाकों में तैनात किया है।
आवामी लीग ने यूनुस सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन तेज कर दिया है। देर रात राजधानी में बसों और सरकारी इमारतों में आगजनी की घटनाएं सामने आईं, जिससे शहर में भय का माहौल बन गया। विरोध प्रदर्शन की आड़ में तोड़फोड़ के साथ-साथ कई इलाकों में तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई है।
सरकार ने हिंसा फैलाने वालों के खिलाफ कड़ा रुख अपनाया है। पुलिस और सुरक्षा बलों को आदेश दिए गए हैं कि यदि प्रदर्शनकारी हिंसक हो, तो गोली चलाने से पीछे न हटें। इसके अलावा कई जगहों पर बड़ी स्क्रीन लगाकर कोर्ट के फैसले का सीधा प्रसारण किया जा रहा है।
आवामी लीग ने देशव्यापी ‘पूर्ण बंद’ का आह्वान किया है, जबकि यूनुस सरकार ने इस पार्टी पर पहले ही प्रतिबंध लगा रखा है। शेख हसीना ने इस ट्रिब्यूनल को “कांगारू कोर्ट” कहा है और उनके बेटे तथा सलाहकार साजिब वाजेद ने चेतावनी दी है कि यदि पार्टी पर प्रतिबंध नहीं हटाया गया, तो फरवरी 2026 के राष्ट्रीय चुनावों में बाधा उत्पन्न हो सकती है और विरोध हिंसक रूप ले सकता है।
व्यापारी वर्ग और आम लोग फैसले से पहले राजनीतिक अस्थिरता और आर्थिक हालात की चिंता में हैं। बढ़ते तनाव और हिंसा की धमकी के बीच बांग्लादेश का माहौल लगातार अनिश्चितता की ओर बढ़ता जा रहा है।