Edited By Radhika,Updated: 14 Aug, 2025 01:17 PM

"सेहत ही सबसे बड़ी दौलत है" यह कहावत आज भी सच है, लेकिन आधुनिक जीवनशैली ने इस दौलत के दुश्मन बढ़ा दिए हैं। सिर्फ जंक फूड या खराब आदतें ही नहीं, बल्कि काम का अत्यधिक दबाव भी अब जानलेवा साबित हो रहा है।
नेशनल डेस्क: "सेहत ही सबसे बड़ी दौलत है" यह कहावत आज भी सच है, लेकिन आधुनिक जीवनशैली ने इस दौलत के दुश्मन बढ़ा दिए हैं। सिर्फ जंक फूड या खराब आदतें ही नहीं, बल्कि काम का अत्यधिक दबाव भी अब जानलेवा साबित हो रहा है। 29 साल की मोनिका चौधरी की कहानी इसका एक दुखद उदाहरण है। एक स्वस्थ जीवनशैली, नियमित वॉक और अच्छी डाइट के बावजूद, उन्हें स्टेज-4 कैंसर हो गया। इस बीमारी की मुख्य वजह उनका अत्यधिक वर्क प्रेशर और कंप्यूटर स्क्रीन के सामने बिताया गया लंबा समय था। यह कहानी सिर्फ मोनिका की नहीं, बल्कि हर उस युवा के लिए एक चेतावनी है जो करियर की दौड़ में अपने स्वास्थ्य को नज़रअंदाज़ कर रहा है।
स्वस्थ लाइफस्टाइल के बावजूद बीमारी का खतरा
मोनिका चौधरी एक ऐसी महिला थीं जो अपनी सेहत को लेकर बेहद सजग थीं। उनका खान-पान बहुत नियंत्रित था, वह न तो जंक फूड खाती थीं और न ही तैलीय या मीठे पेय पदार्थों का सेवन करती थीं। सुबह-शाम की वॉक और योग भी उनकी दिनचर्या का हिस्सा था। इसके बावजूद, उन्हें स्टेज-4 कैंसर हो गया। शुरुआत में उन्होंने थकान को काम की वजह से होने वाली सामान्य समस्या मानकर अनदेखा किया, लेकिन धीरे-धीरे यह समस्या एक गंभीर बीमारी में बदल गई।
वर्क प्रेशर और तनाव की समस्या
गुरुग्राम स्थित सी.के. बिरला हॉस्पिटल के डॉ. विनय गायकवाड बताते हैं कि, "लंबे समय तक लगातार मानसिक तनाव और स्क्रीन टाइम हमारे शरीर में ऐसे हार्मोन रिलीज करते हैं जो इम्यून सिस्टम को कमजोर कर देते हैं।" मोनिका की नौकरी में लंबे समय तक कंप्यूटर पर काम करना, लगातार मीटिंग्स, डेडलाइन का दबाव और पर्याप्त नींद की कमी उनकी सेहत पर लगातार नकारात्मक असर डाल रही थी। यही कारण उनके कैंसर की जड़ बन गया।
इन शुरुआती संकेतों को नज़रअंदाज़ न करें
यह ज़रूरी है कि हम अपने शरीर द्वारा दिए जा रहे संकेतों को पहचानें और उन्हें नज़रअंदाज़ न करें। डॉ. गायकवाड ने कुछ ऐसे शुरुआती संकेत बताए हैं जिन्हें गंभीरता से लेना चाहिए:
- लगातार थकान और कमजोरी महसूस होना।
- बार-बार सिरदर्द होना।
- भूख में कमी आना।
- अचानक वजन कम होना।
- पेट में दर्द और असहजता महसूस होना।
स्वास्थ्य को प्राथमिकता देना सीखें
मोनिका की कहानी हमें सिखाती है कि करियर और सपनों की दौड़ में स्वास्थ्य को नज़रअंदाज़ करना कितना खतरनाक हो सकता है। यह सिर्फ एक बीमारी की बात नहीं है, बल्कि जीवन और खुशियों के नुकसान की बात है। डॉक्टर सलाह देते हैं कि अपने जीवन में इन बातों को शामिल करें:
- रोजाना कम से कम 7 घंटे की गहरी नींद लें।
- काम के दौरान हर घंटे में 5-10 मिनट का ब्रेक ज़रूर लें।
- मेडिटेशन और योग को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाएं।
- परिवार और दोस्तों के साथ क्वालिटी टाइम बिताएं।
- साल में कम से कम एक बार फुल बॉडी हेल्थ चेकअप कराएं।
याद रखें, काम ज़रूरी है, लेकिन जीवन उससे कहीं ज़्यादा कीमती है। अगर आप अपने तनाव को आज काबू में रखेंगे, तभी कल आप सच में स्वस्थ और खुश रह पाएंगे।