Edited By Yaspal,Updated: 27 Jun, 2022 06:19 PM
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर निशान भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने सोमवार को कहा कि जन समर्थन वाले पायलट, मुख्यमंत्री गहलोत की आंखों में चुभ रहे हैं। राजस्थान विधानसभा में विपक्ष के नेता गुलाब चंद कटारिया और उपनेता राजेंद्र राठौड़ ने...
नेशनल डेस्कः राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर निशान भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने सोमवार को कहा कि जन समर्थन वाले पायलट, मुख्यमंत्री गहलोत की आंखों में चुभ रहे हैं। राजस्थान विधानसभा में विपक्ष के नेता गुलाब चंद कटारिया और उपनेता राजेंद्र राठौड़ ने गहलोत के बयान पर कटाक्ष करते हुए उन पर निशाना साधा। राजस्थान के मुख्यमंत्री गहलोत ने 2020 के राजनीतिक संकट के संदर्भ में पायलट को लेकर की गई टिप्पणी के लिए शनिवार को केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत पर निशाना साधा था।
गहलोत ने कहा था कि शेखावत ने अपने इस बयान से साबित कर दिया है कि वे 2020 में उनकी सरकार गिराने (के प्रयास) में मुख्य किरदार थे और पायलट के साथ मिले हुए थे। शेखावत ने इससे पहले चौमूं में कहा था कि 2020 में पायलट से चूक हो गई। उन्होंने कहा,' अगर वे पायलट मध्य प्रदेश (के विधायकों) जैसा फैसला लेते तो राजस्थान के 13 जिलों के लोग प्यासे नहीं होते। पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना (ईआरसीपी) पर काम चालू हो चुका होता।' भाजपा नेता ने संवाददाताओं से कहा, 'सचिन पायलट के पास जनता का समर्थन है जबकि जबकि गहलोत और धारीवाल समेत कांग्रेस के अन्य नेताओं में दम नहीं है। यही कारण है कि वह पायलट मुख्यमंत्री गहलोत की नजरों में कांटे की तरह चुभ रहे हैं और जिसे गहलोत निकालकर फेंकना चाहते हैं ताकि वह निरंकुश राज सकें।'
उधर, उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने पायलट के धैर्य की सराहना की। उन्होंने भरतपुर में संवाददाताओं से कहा,'राजस्थान के मुख्यमंत्री और उनके मंत्री अपमान की राजनीति की हदों को पार कर रहे हैं। मैं धन्यवाद देना चाहूंगा सचिन पायलट के धैर्य को, जिन्हें कभी निकम्मा कहा गया तो कभी षडयंत्रकारी कहा गया।'' उन्होंने कहा, ‘‘इसके बावजूद वह 'नीलकंठ' बने हुए हैं। जब नीलकंठ जहर उगलता है तो भूचाल आता है। कांग्रेस की राजनीति में कब भूचाल आ जाए पता नहीं।' उन्होंने कहा कि यह सचिन पायलट यदि सरकार गिराने के षडयंत्र के प्रमुख किरदार थे तो उनके खिलाफ कार्रवाई करने से राज्य सरकार को किसने रोका है। जब से कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सचिन पायलट के धैर्य की प्रशंसा की है तब से मुख्यमंत्री गहलोत कुछ ज्यादा ही बेचैन हैं। उन्होंने कहा कि गहलोत अंतर्द्वंद में सिर्फ एक ही काम में लगे हैं कि अपनी कुर्सी कैसे बचाई जाए।