Edited By Radhika,Updated: 16 Jul, 2025 06:07 PM

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने बुधवार को राहुल गांधी पर सशस्त्र बलों का अनादर करने के मामले में "आदतन झूठा और अपराधी" होने का आरोप लगाया। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता अजय आलोक ने कहा कि उन्हें विदेश नीति (फॉरेन पॉलिसी) का 'एफ' नहीं पता है, लेकिन वह...
नेशनल डेस्क: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने बुधवार को राहुल गांधी पर सशस्त्र बलों का अनादर करने के मामले में "आदतन झूठा और अपराधी" होने का आरोप लगाया। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता अजय आलोक ने कहा कि उन्हें विदेश नीति (फॉरेन पॉलिसी) का 'एफ' नहीं पता है, लेकिन वह सवाल उठाते रहते हैं। उन्होंने विदेश मंत्री एस जयशंकर की चीनी राष्ट्रपति शी चिफफिंग से मुलाकात के बाद चीन मुद्दे से निपटने के सरकार के तरीके पर कांग्रेस नेता के 'सर्कस' वाले कटाक्ष पर पलटवार किया। आलोक ने कहा, "जब हमारे विदेश मंत्री एससीओ की बैठक के लिए चीन जायेंगे तो वह चीन के विदेश मंत्री और वहां के राष्ट्रपति से नहीं मिलेंगे, तो वह किससे मिलेंगे। क्या वह इटली के प्रधानमंत्री से मिलेंगे।"
ये भी पढ़ें- ITR फॉर्म में गलती है तो हो जाएं सावधान! तुरंत ऐसे करें सुधार, नहीं तो लगेगा तगड़ा जुर्माना
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने चिनफिंग के साथ जयशंकर की मुलाकात संबंधी एक खबर साझा करते हुए मंगलवार को ‘एक्स' पर पोस्ट किया, ‘‘मुझे लगता है कि (अब) चीनी विदेश मंत्री आएंगे और (प्रधानमंत्री) मोदी को चीन-भारत संबंधों में हाल के घटनाक्रमों से अवगत कराएंगे। विदेश मंत्री अब भारत की विदेश नीति को नष्ट करने के उद्देश्य से एक पूरा सर्कस चला रहे हैं।'' सशस्त्र बलों के संबंध में की गई टिप्पणी को लेकर दायर मानहानि के मामले में लखनऊ की एक अदालत द्वारा गांधी को जमानत दिए जाने के दो दिन बाद आलोक ने लोकसभा में विपक्ष के नेता पर आदतन झूठ बोलने का आरोप लगाया।
ये भी पढ़ें- Premanand Maharaj: तीर्थ यात्रा पर पीरियड्स आए तो क्या करें? प्रेमानंद महाराज ने दिया महिलाओं को समाधान
उन्होंने दावा किया कि गांधी अक्सर सशस्त्र बलों के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणियां करते रहे हैं। आपातकाल के दौरान संविधान की प्रस्तावना में 'धर्मनिरपेक्ष' और 'समाजवादी' शब्द जोड़े जाने पर पुनर्विचार करने के आरएसएस के आह्वान के बीच आलोक ने कहा कि इस पर देश में बहस होनी चाहिए क्योंकि यह संशोधन बी आर आंबेडकर का 'अपमान' है और यह तब किया गया जब विपक्षी नेता जेल में थे।