Edited By Pardeep,Updated: 15 Dec, 2025 10:28 PM

भारत में खाने-पीने की चीजों की सुरक्षा को लेकर एक बार फिर गंभीर चिंता सामने आई है। हाल ही में हुई एक लैब जांच (स्टडी) में अंडे बेचने वाली एक कंपनी के अंडों में नाइट्रोफ्यूरन (Nitrofuran) और नाइट्रोइमिडाजोल (Nitroimidazole) जैसे दो बेहद खतरनाक और...
नेशनल डेस्कः भारत में खाने-पीने की चीजों की सुरक्षा को लेकर एक बार फिर गंभीर चिंता सामने आई है। हाल ही में हुई एक लैब जांच (स्टडी) में अंडे बेचने वाली एक कंपनी के अंडों में नाइट्रोफ्यूरन (Nitrofuran) और नाइट्रोइमिडाजोल (Nitroimidazole) जैसे दो बेहद खतरनाक और प्रतिबंधित रसायन पाए गए हैं। इस खुलासे के बाद लोगों के मन में सवाल उठने लगा है कि आखिर इंसान सुरक्षित रूप से खाए तो क्या?
क्या हैं ये खतरनाक रसायन?
रिपोर्ट के अनुसार नाइट्रोफ्यूरन और नाइट्रोइमिडाजोल दोनों ही ऐसे एंटीबायोटिक समूह के रसायन हैं। इनका उपयोग पोल्ट्री और खाद्य-उत्पादक पशुओं में भारत समेत कई देशों में पूरी तरह प्रतिबंधित है। ये रसायन जीनोटॉक्सिक (Genotoxic) माने जाते हैं, यानी ये सीधे तौर पर मानव डीएनए को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
सेहत पर क्या हो सकता है असर?
विशेषज्ञों के मुताबिक, यदि इन रसायनों का सेवन लंबे समय तक किया जाए तो इसके गंभीर दुष्प्रभाव हो सकते हैं, जैसे:
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डीएनए को नुकसान: कोशिकाओं की बनावट बिगड़ सकती है
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कैंसर का खतरा: लंबे समय तक संपर्क से कैंसर की आशंका बढ़ जाती है
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लीवर और किडनी पर असर: शरीर के महत्वपूर्ण अंग प्रभावित हो सकते हैं
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इम्यून सिस्टम कमजोर होना: रोगों से लड़ने की क्षमता घट सकती है
क्यों बढ़ रही है चिंता?
यह खुलासा ऐसे समय में हुआ है जब भारत में खाद्य पदार्थों में मिलावट और प्रतिबंधित रसायनों के इस्तेमाल की समस्या लगातार बढ़ती जा रही है। दूध, मसाले, सब्जियां, तेल और अब अंडों में भी खतरनाक रसायन मिलने की खबरें खाद्य सुरक्षा व्यवस्था पर बड़ा सवाल खड़ा कर रही हैं।