कनाडा की नई Immigration policy ने भारतीय छात्रों को संकट में डाला, जानें क्या होगा असर?

Edited By Updated: 28 Aug, 2024 02:40 PM

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कनाडा की नई इमिग्रेशन नीति का भारतीय छात्रों पर गहरा असर पड़ेगा। पहले से मौजूद चुनौतियां और मौजूदा स्थिति कनाडा में रहने वाले विदेशी छात्रों में से 40 प्रतिशत भारतीय हैं, जो वहां शिक्षा के साथ-साथ स्थायी निवास और बेहतर जीवन की उम्मीद लेकर जाते हैं।...

नेशनल डेस्क:  कनाडा की नई इमिग्रेशन नीति का भारतीय छात्रों पर गहरा असर पड़ेगा। पहले से मौजूद चुनौतियां और मौजूदा स्थिति कनाडा में रहने वाले विदेशी छात्रों में से 40 प्रतिशत भारतीय हैं, जो वहां शिक्षा के साथ-साथ स्थायी निवास और बेहतर जीवन की उम्मीद लेकर जाते हैं। लेकिन हाल ही में कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो द्वारा घोषित नई इमिग्रेशन नीति ने इन छात्रों के सपनों पर बड़ा असर डाला है। इस नई नीति के तहत कनाडा में स्टूडेंट वीजा पर रहने वाले छात्रों के लिए चुनौतियाँ बढ़ने की संभावना है।

नई इमिग्रेशन नीति का असर:
ट्रूडो सरकार की नई नीति के अनुसार, कनाडा में कम वेतन वाले अस्थायी विदेशी कर्मचारियों की संख्या को कम किया जा रहा है। इस कदम का सीधा असर उन भारतीय छात्रों पर पड़ेगा जो पढ़ाई के दौरान पार्ट-टाइम जॉब्स पर निर्भर हैं। इसके अलावा, वीजा और स्थायी निवास प्रक्रिया में भी सख्ती आने से भारतीय छात्रों के लिए कनाडा में रहने और बसने का सपना और कठिन हो सकता है।

विरोध-प्रदर्शन और असंतोष:
इस नीति के कारण 70,000 से अधिक विदेशी छात्रों के लिए अपने देश वापस जाने की संभावना बढ़ गई है, जिसके चलते कनाडा में विरोध-प्रदर्शन शुरू हो गए हैं। भारतीय छात्र इस बदलाव से खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं, क्योंकि उन्होंने कनाडा आने के लिए काफी मेहनत और समय निवेश किया है।

पहले से मौजूद चुनौतियां:
कनाडा में भारतीय छात्रों को पहले से ही आवास और नौकरी की समस्या का सामना करना पड़ रहा था। छात्रों को उपयुक्त आवास नहीं मिल पा रहा है और पार्ट-टाइम जॉब्स की कमी ने उनके जीवन को और मुश्किल बना दिया है। इसके अलावा, हाल ही में भारतीय छात्र चिराग अंतिल की हत्या और अन्य छात्रों पर हमले की घटनाओं ने सुरक्षा को लेकर भी गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।

कनाडा में भारतीय छात्रों की संख्या:
कनाडा सरकार के आंकड़ों के अनुसार, 2022 में कुल 5.5 लाख अंतरराष्ट्रीय छात्रों में से 2.26 लाख भारतीय छात्र थे। इससे पहले से ही 3.2 लाख भारतीय छात्र वीजा पर कनाडा में रह रहे थे। इनमें से कई छात्र अत्यंत कठिन परिस्थितियों में, जैसे मोटल या बेसमेंट में रह रहे हैं।

भविष्य की चुनौतियां:
नई नीति के कारण कनाडा में शिक्षा और स्थायी निवास प्राप्त करना भारतीय छात्रों के लिए और कठिन हो सकता है। हालांकि कुछ क्षेत्रों, जैसे कृषि, खाद्य प्रसंस्करण, निर्माण, और स्वास्थ्य सेवा में अभी भी काम करने के अवसर बने रहेंगे, लेकिन इन क्षेत्रों में काम करके पढ़ाई करना कितना आसान होगा, यह भी एक महत्वपूर्ण सवाल है।

 
कनाडा की नई इमिग्रेशन नीति ने भारतीय छात्रों के लिए कई नई चुनौतियां खड़ी कर दी हैं। पहले से ही आवास, नौकरी, और सुरक्षा जैसे मुद्दों से जूझ रहे भारतीय छात्रों के लिए अब कनाडा में शिक्षा प्राप्त करना और भी कठिन हो सकता है। इस नई नीति के बाद भारतीय छात्रों को अपनी योजनाओं पर पुनर्विचार करना पड़ सकता है।

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