Edited By Sahil Kumar,Updated: 09 Nov, 2025 08:36 PM
अब तक पेट के कैंसर (Stomach Cancer) को ज्यादातर अस्वास्थ्यकर खानपान, मोटापा, तंबाकू और शराब जैसी आदतों से जोड़कर देखा जाता था, लेकिन हालिया अंतरराष्ट्रीय रिसर्च ने एक नया पहलू सामने लाया है। विशेषज्ञों के अनुसार, व्यक्ति का ब्लड ग्रुप भी पेट के...
नेशनल डेस्कः अब तक पेट के कैंसर (Stomach Cancer) को ज्यादातर अस्वास्थ्यकर खानपान, मोटापा, तंबाकू और शराब जैसी आदतों से जोड़कर देखा जाता था, लेकिन हालिया अंतरराष्ट्रीय रिसर्च ने एक नया पहलू सामने लाया है। विशेषज्ञों के अनुसार, व्यक्ति का ब्लड ग्रुप भी पेट के कैंसर के खतरे को प्रभावित कर सकता है। खासतौर पर एशिया और पूर्वी यूरोप के देशों में किए गए अध्ययनों में पाया गया है कि कुछ ब्लड ग्रुप वाले लोगों में इस बीमारी का जोखिम अन्य की तुलना में अधिक होता है।
ब्लड ग्रुप कैसे तय होता है?
हर व्यक्ति का ब्लड ग्रुप उसके माता-पिता से विरासत में मिलता है। चार प्रमुख ब्लड ग्रुप होते हैं—A, B, AB और O। इनकी पहचान रेड ब्लड सेल्स की सतह पर मौजूद एंटीजन और शुगर प्रोटीन से होती है। इसके अलावा, हर ब्लड ग्रुप में पॉजिटिव (+) या नेगेटिव (–) आरएच फैक्टर भी पाया जाता है।
क्या कहती है रिसर्च?
कई अंतरराष्ट्रीय अध्ययनों के मुताबिक, ब्लड ग्रुप A और AB वाले लोगों में पेट के कैंसर का खतरा अन्य ब्लड ग्रुप्स की तुलना में अधिक पाया गया है। 2019 में ‘BMC Cancer’ में प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार, ब्लड ग्रुप A वालों में O ग्रुप वालों की तुलना में 13% ज्यादा खतरा देखा गया। जबकि AB ग्रुप वालों में यह खतरा 18% तक बढ़ा हुआ पाया गया। अन्य शोधों में भी यही पैटर्न देखने को मिला। ब्लड ग्रुप A में कैंसर का रिस्क लगभग 19% ज्यादा, और AB ग्रुप में 9% ज्यादा बताया गया।
क्यों बढ़ता है खतरा?
H. pylori संक्रमण
वैज्ञानिकों का मानना है कि ब्लड ग्रुप A वाले लोग Helicobacter pylori (H. pylori) नामक बैक्टीरिया से ज्यादा प्रभावित होते हैं। यह बैक्टीरिया पेट की आंतरिक सतह पर सूजन पैदा करता है, जिससे कैंसर बनने की संभावना बढ़ जाती है।
इम्यून सिस्टम की भूमिका
A और AB ब्लड ग्रुप में मौजूद खास एंटीजन शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली और सूजन की प्रक्रिया को प्रभावित कर सकते हैं। इससे कैंसर सेल्स के विकास की संभावना बढ़ती है।
पेट में एसिड उत्पादन
ब्लड ग्रुप A वाले लोगों में पेट का एसिड प्रोडक्शन कम पाया गया है। इससे संक्रमण और सूजन का खतरा बढ़ सकता है, जो लंबे समय में कैंसर का कारण बन सकता है।
क्या O ब्लड ग्रुप वालों को है फायदा?
रिसर्च के अनुसार, O ब्लड ग्रुप वाले लोगों में पेट के कैंसर का खतरा सबसे कम पाया गया है। हालांकि, इस ग्रुप के लोगों में पेप्टिक अल्सर का रिस्क थोड़ा अधिक रहता है, लेकिन कैंसर का जोखिम अपेक्षाकृत कम होता है।
पेट के कैंसर के अन्य जोखिम कारक
- अधिक नमक वाला भोजन
- धूम्रपान और शराब का सेवन
- मोटापा और खराब लाइफस्टाइल
- पारिवारिक इतिहास
- बढ़ती उम्र और H. pylori संक्रमण
किन्हें रहना चाहिए ज्यादा सतर्क?
विशेषज्ञों के अनुसार, जिन लोगों का ब्लड ग्रुप A या AB है, उन्हें पेट संबंधी लक्षणों को हल्के में नहीं लेना चाहिए। अगर परिवार में किसी को पेट का कैंसर रहा है, तो नियमित स्वास्थ्य जांच (Regular Checkup) कराना जरूरी है।
उपाय:
- साफ पानी और संतुलित आहार का सेवन करें
- धूम्रपान और शराब से दूरी बनाएं
- वजन नियंत्रित रखें
- हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाएं