Edited By Mehak,Updated: 21 Dec, 2025 02:18 PM

आज दुनिया में ब्लू क्रिसमस 2025 मनाया जा रहा है, जो उन लोगों के लिए होता है जो दुख या कठिन परिस्थितियों से जूझ रहे हैं। हालांकि सामान्य तौर पर क्रिसमस खुशी और मिलन का त्योहार है, कुछ देशों में इसे मनाना गंभीर अपराध माना जाता है। ब्रुनेई, उत्तर...
नेशनल डेस्क : आज दुनिया में ब्लू क्रिसमस मनाया जा रहा है। ब्लू क्रिसमस एक शांत, चिंतनशील आयोजन है, जो अक्सर चर्च में होता है, उन लोगों के लिए जो छुट्टियों के मौसम में दुख, अकेलेपन या नुकसान से जूझ रहे होते हैं। यह इस बात को मानता है कि यह हर किसी के लिए खुशी का मौका नहीं होता और अक्सर इसे विंटर सोल्स्टिस (लगभग 21 दिसंबर) को 'सबसे लंबी रात' के रूप में मनाया जाता है ताकि अंधेरे में उम्मीद मिल सके। आमतौर पर क्रिसमस दुनिया भर में खुशी, रोशनी और परिवार-दोस्तों के साथ समय बिताने का त्योहार माना जाता है। लेकिन कुछ देशों में इसे मनाना कानूनी रूप से खतरनाक हो सकता है।
ब्रुनेई में सबसे सख्त कानून
ब्रुनेई में क्रिसमस मनाने पर सबसे सख्त प्रतिबंध हैं। यहां क्रिसमस ट्री लगाना, सजावट करना या त्यौहार के कपड़े पहनना सार्वजनिक रूप से मना है। नियम तोड़ने पर पांच साल तक की जेल या भारी जुर्माना हो सकता है।
उत्तर कोरिया में पूरी तरह प्रतिबंध
उत्तर कोरिया में सभी धार्मिक गतिविधियों पर रोक है। ईसाई धर्म से जुड़ी किसी भी सभा, प्रार्थना या उत्सव पर गिरफ्तारी, जबरन मजदूरी या जेल की सजा हो सकती है। यहां धार्मिक प्रतीक रखना भी अपराध माना जाता है।
सोमालिया में क्रिसमस पर रोक
सोमालिया ने 2015 में सुरक्षा और धार्मिक कारणों का हवाला देते हुए क्रिसमस और नए साल के सार्वजनिक उत्सव पर प्रतिबंध लगाया। यहां सार्वजनिक रूप से जश्न मनाने पर हिरासत या जेल हो सकती है।
सऊदी अरब में सार्वजनिक उत्सव पर पाबंदी
हाल के वर्षों में सऊदी अरब में कुछ सामाजिक ढील दी गई है, लेकिन सार्वजनिक क्रिसमस समारोह अभी भी कानूनी रूप से मान्य नहीं हैं। निजी तौर पर मनाना अनुमति है, लेकिन सार्वजनिक प्रदर्शन पर रोक है।
कजाकिस्तान में भी सख्त नियम
कजाकिस्तान में क्रिसमस की सार्वजनिक परंपराएं जैसे पेड़ सजाना, आतिशबाजी, त्यौहार का खाना या फादर क्रिसमस पर आयोजन प्रतिबंधित हैं। अधिकारियों का कहना है कि यह राष्ट्रीय संस्कृति के खिलाफ है।
लीबिया और भूटान
लीबिया और भूटान में क्रिसमस की कोई आधिकारिक छुट्टी नहीं है और सार्वजनिक उत्सव पर कड़ी पाबंदी है। निजी तौर पर मनाना आमतौर पर सुरक्षित है, लेकिन सार्वजनिक रूप से मनाने पर कानूनी या प्रशासनिक कार्रवाई हो सकती है।