Edited By Rohini Oberoi,Updated: 17 Aug, 2025 12:32 PM

जम्मू-कश्मीर में प्राकृतिक आपदाओं का सिलसिला थम नहीं रहा है। किश्तवाड़ के बाद अब कठुआ जिले में भी रविवार को बादल फटने की घटना सामने आई है। इस आपदा के कारण कठुआ के जोड़ इलाके में भारी भूस्खलन हुआ है जिससे कई घर मलबे की चपेट में आ गए हैं। इस घटना में...
नेशनल डेस्क। जम्मू-कश्मीर में प्राकृतिक आपदाओं का सिलसिला थम नहीं रहा है। किश्तवाड़ के बाद अब कठुआ जिले में भी रविवार को बादल फटने की घटना सामने आई है। इस आपदा के कारण कठुआ के जोड़ इलाके में भारी भूस्खलन हुआ है जिससे कई घर मलबे की चपेट में आ गए हैं। इस घटना में अबतक 7 लोगों की मौत भी हो गई है।
नेशनल हाईवे भी प्रभावित
बादल फटने के कारण आए मलबे ने जम्मू-पठानकोट नेशनल हाईवे के एक हिस्से को भी अपनी चपेट में ले लिया है जिससे हाईवे की एक लेन को फिलहाल बंद कर दिया गया है। इस घटना में 7 लोगों की मौत भी हो गई है। राहत और बचाव दल मौके पर पहुंच गए हैं और स्थिति पर नजर रखे हुए हैं।
यह भी पढ़ें: ग्वालियर एयरपोर्ट पर प्लेन की 'हवा-हवाई' लैंडिंग, थमी सांसें, मचा हड़कंप, पहली कोशिश में नहीं हो पाया लैंड
किश्तवाड़ त्रासदी: मृतकों की संख्या 65 हुई
इस बीच किश्तवाड़ में पिछले दिनों हुए बादल फटने की घटना में मृतकों की संख्या बढ़कर 65 हो गई है। जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने शनिवार को प्रभावित इलाकों का दौरा किया था और पीड़ित परिवारों से मुलाकात की थी। उन्होंने बताया था कि 100 से ज़्यादा लोग घायल हुए हैं जबकि 82 अन्य अभी भी लापता हैं।
यह भी पढ़ें: Earthquake: तीन देशों में धरती डोली, महसूस किए गए जोरदार झटके, लोगों में डर का माहौल
मुख्यमंत्री ने इस आपदा में जान गंवाने वालों के परिजनों को 2-2 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है। गंभीर रूप से घायलों को एक लाख रुपये और मामूली रूप से घायलों को 50,000 रुपये दिए जाएंगे। इसके साथ ही घरों को हुए नुकसान के लिए भी मुआवजा देने का ऐलान किया गया है।