Edited By Seema Sharma,Updated: 02 Mar, 2021 03:54 PM
भाजपा ने पश्चिम बंगाल में मुस्लिम धर्मगुरु अब्बास सिद्दिकी के नेतृत्व वाले इंडियन सेक्युलर फ्रंट (ISF) के साथ गठबंधन को लेकर कांग्रेस पर मंगलवार को भाजपा ने निशाना साधते हुए कहा कि विपक्षी दल का न कोई ईमान है और न कोई विचारधारा। भाजपा ने गठबधंन को...
नेशनल डेस्क: भाजपा ने पश्चिम बंगाल में मुस्लिम धर्मगुरु अब्बास सिद्दिकी के नेतृत्व वाले इंडियन सेक्युलर फ्रंट (ISF) के साथ गठबंधन को लेकर कांग्रेस पर मंगलवार को भाजपा ने निशाना साधते हुए कहा कि विपक्षी दल का न कोई ईमान है और न कोई विचारधारा। भाजपा ने गठबधंन को लेकर कांग्रेस में मचे घमासान पर चुटकी भी ली और कहा कि वह चाहे कितने भी गठबंधन कर ले उसका ‘डूब चुका जहाज' अब बचने वाला नहीं है। भाजपा मुख्यालय में संवाददाताओं को संबोधित करते हुए पार्टी प्रवक्ता संबित पात्रा ने आरोप लगाया कि कांग्रेस का न ही कोई ईमान है और न ही विचारधारा बल्कि भ्रष्टाचार, परिवारवाद और जाति तथा धर्म के नाम पर लोगों को बांटना ही उसकी विचारधारा है। पात्रा ने कहा कि आज कांग्रेस अपनी प्रसांगिकता को बनाएं रखने के लिए गठबंधन पर निर्भर है और ठीक ऐसी ही एक गठबंधन की प्रक्रिया कांग्रेस पार्टी बंगाल में कर रही है।
प्रवक्ता ने कहा, ‘‘जो कांग्रेस अपने को धर्मनरिपेक्ष बताती है, वही कांग्रेस बंगाल में आईएसएफ के साथ गठबंधन करती है। केरल में मुस्लिम लीग के साथ गठबंधन करती है, जमात-ए-इस्लामी के अग्रिम संगठन के साथ गठबंधन करती है। असम में बदरुद्दीन अजमल की पार्टी एआईयूडीएफ के साथ गठबंधन करती है। और महाराष्ट्र में शिवसेना के साथ मिली हुई है। भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि कांग्रेस ने जितने भी गठबंधन किए हैं वो किसी अच्छे प्रदर्शन, अच्छे सुधार और सुशासन के लिए नहीं किए हैं, बल्कि ये गठबंधन केवल इसलिए किए कि किसी प्रकार गांधी परिवार अपनी राजनीतिक प्रासंगिकता बनाएं रखें।
बता दें कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा ने पश्चिम बंगाल में ISF के साथ पार्टी के गठजोड़ की आलोचना करते हुए सोमवार को कहा था कि यह पार्टी की मूल विचारधारा तथा गांधीवादी और नेहरूवादी धर्मनिरपेक्षता के खिलाफ है। पूर्व केंद्रीय मंत्री शर्मा पार्टी के उन 23 नेताओं में शामिल हैं जिन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखकर पार्टी में संगठनात्मक बदलाव की मांग की थी। शर्मा ने कहा कि ISF जैसी कट्टरपंथी पार्टी के साथ ‘‘गठबंधन'' के मुद्दे पर चर्चा होनी चाहिए थी और उसे कांग्रेस कार्यसमिति (CWC) द्वारा अनुमोदित होना चाहिए था। भाजपा प्रवक्ता ने शर्मा द्वारा उठाए गए सवालों का जिक्र करते हुए कांग्रेस को सलाह दी कि पहले वह अपने अंदरूनी मामलों को निपटाए और घर के अंदर हो रहे प्रदर्शनों की चिंता करे।