Edited By Radhika,Updated: 22 Sep, 2025 02:15 PM

बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री ने गरबा पंडालों में मुस्लिमों की एंट्री को लेकर विवादित बयान दिया है, जिसमें उन्होंने आयोजकों को पंडालों के द्वार पर गोमूत्र रखने की सलाह दी है। मध्य प्रदेश के बीजेपी विधायक रामेश्वर शर्मा ने भी इस पर अपनी...
नेशनल डेस्क: बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने गरबा पंडालों में मुस्लिमों के प्रवेश को लेकर एक बड़ा बयान दिया है, जिससे मध्य प्रदेश की राजनीति में हलचल मच गई है। उन्होंने कहा है कि जिस तरह हिंदू हज यात्रा पर नहीं जाते, उसी तरह मुस्लिमों को भी गरबा में नहीं आना चाहिए।

गरबा पंडालों में गोमूत्र रखने की सलाह
धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने एक गरबा समारोह के आयोजकों को एक अनोखी सलाह दी है। उन्होंने सुझाव दिया है कि गरबा स्थल के मुख्य द्वार पर गोमूत्र छिड़कने के लिए रखा जाना चाहिए। उनका मानना है कि ऐसा करने से पवित्रता बनी रहेगी। यह बात उन्होंने अपने गृह जिले छतरपुर के लवकुश नगर में स्थित बंबरबेनी माता मंदिर के दर्शन के दौरान कही।
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बीजेपी विधायक रामेश्वर शर्मा का बयान-
इस विवाद में बीजेपी विधायक रामेश्वर शर्मा भी शामिल हो गए हैं। उन्होंने कहा कि गैर-हिंदुओं का भी नवरात्रि और गरबा कार्यक्रमों में स्वागत है, लेकिन शर्त यह है कि वे पहले सनातन धर्म अपनाएं। शर्मा ने कहा कि अगर कोई मुसलमान या ईसाई हिंदू धर्म में वापस आना चाहता है, तो उसे एक चम्मच गंगाजल पीकर और तुलसी का पत्ता खाकर ऐसा करने की अनुमति दी जा सकती है।
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उन्होंने यह भी कहा कि "सभी का डीएनए हिंदू है" और अगर किसी को लगता है कि उनके माता-पिता ने धर्म बदलकर गलती की है, तो वे वापस हिंदू बन सकते हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर कोई गरबा स्थलों पर धोखा देकर प्रवेश करने की कोशिश करता है, तो उसे गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।
'लव जिहाद' रोकने के लिए विरोध
विश्व हिंदू परिषद (VHP) सहित कई हिंदूवादी संगठन लंबे समय से गरबा आयोजनों में गैर-हिंदुओं के प्रवेश का विरोध कर रहे हैं। उनका मानना है कि इन आयोजनों का उपयोग 'लव जिहाद' जैसी घटनाओं को अंजाम देने के लिए किया जाता है। इस वर्ष 22 सितंबर से शुरू हुए नवरात्रि उत्सव को लेकर यह बहस और भी तेज हो गई है।