Edited By Rohini Oberoi,Updated: 31 Oct, 2025 03:37 PM

आज के डिजिटल युग में ज़्यादातर लोग नजर के चश्मे का इस्तेमाल कर रहे हैं। आंखों का कमजोर होना, साथ ही आंखों से पानी आना और जलन जैसी शिकायतें आम हो गई हैं। डॉक्टर्स और विशेषज्ञों का मानना है कि इन शुरुआती संकेतों को नज़रअंदाज़ करना आपकी आंखों की रोशनी के...
नेशनल डेस्क। आज के डिजिटल युग में ज़्यादातर लोग नजर के चश्मे का इस्तेमाल कर रहे हैं। आंखों का कमजोर होना, साथ ही आंखों से पानी आना और जलन जैसी शिकायतें आम हो गई हैं। डॉक्टर्स और विशेषज्ञों का मानना है कि इन शुरुआती संकेतों को नज़रअंदाज़ करना आपकी आंखों की रोशनी के लिए बेहद खतरनाक साबित हो सकता है। नेशनल आई इंस्टीट्यूट की रिपोर्ट बताती है कि लगातार स्क्रीन देखने की वजह से युवाओं में आई स्ट्रेन (Eye Strain) और ड्राई आइज (Dry Eyes) यानी आंखों के सूखने की समस्या तेज़ी से बढ़ गई है।
आंखों की सेहत के लिए ज़िम्मेदार 5 बुरी आदतें
मेडिकल रिपोर्ट बताती है कि आज हर व्यक्ति दिन का 6 से 8 घंटे मोबाइल, लैपटॉप या टीवी स्क्रीन पर बिताता है। इन आदतों और लाइफस्टाइल की गलतियों के कारण ही आंखों को गंभीर नुकसान पहुंच रहा है:

1. लगातार स्क्रीन देखना
लंबे समय तक मोबाइल या लैपटॉप स्क्रीन देखने से आंखों पर अत्यधिक जोर (स्ट्रेन) पड़ता है। स्क्रीन को लगातार देखने से हमारा पलक झपकाने की दर (Eye Blinking Rate) काफी कम हो जाती है। कम पलक झपकाने से आंखों सूख जाती हैं जिससे ड्राई आइज और जलन की समस्या बढ़ जाती है।
2. नींद की गंभीर कमी
रात भर जागकर फोन चलाने या पर्याप्त नींद न लेने की आदत। नींद की कमी आंखों के लिए ज़रूरी आराम नहीं देती। इसके चलते आंखों में धुंधलापन (Blurred Vision) आने लगता है और आंखें सूख जाती हैं।

3. एयर कंडीशनर (AC) का अत्यधिक उपयोग
बंद जगहों पर लंबे समय तक एसी (Air Conditioner) में रहना। एसी हवा में मौजूद नमी (Moisture) को तेज़ी से सोख लेता है। यह आंखों की नमी को भी कम करता है जिससे ड्राई आइज का खतरा 50 प्रतिशत तक बढ़ जाता है।
4. पोषक तत्वों की कमी
खान-पान में जरूरी पोषक तत्वों की कमी। डाइट में ओमेगा 3 फैटी एसिड्स और विटामिन ए जैसे ज़रूरी तत्वों की कमी होने से न सिर्फ़ ड्राई आइज की समस्या होती है बल्कि नजर भी तेज़ी से कमजोर हो जाती है।

5. कम पानी पीना
दिन भर में पर्याप्त मात्रा में पानी न पीना। शरीर में पानी की कमी यानी डिहाइड्रेशन आंखों में नमी को भी कम करता है। शरीर में पर्याप्त पानी न होने से आंखें भी सूखने लगती हैं जिससे जलन और पानी आने की समस्या बढ़ जाती है।
विशेषज्ञों की सलाह
यदि आपको बार-बार आंखों में जलन, पानी आने या धुंधलेपन जैसे संकेत दिख रहे हैं तो उन्हें नज़रअंदाज़ न करें। अपनी आंखों का ज़्यादा से ज़्यादा ख्याल रखें, स्क्रीन को कम से कम देर के लिए देखें, और संतुलित आहार लें।