Edited By Anu Malhotra,Updated: 20 Aug, 2025 02:17 PM

अगर आप भी ये सोचते हैं कि रोज़ सुबह ठेले से खरीदा गया फलों का जूस आपकी सेहत के लिए फायदेमंद है - तो ये वायरल वीडियो आपकी सोच बदल सकता है। दिल दहला देने वाला यह मामला हाल ही में सामने आया जब एक मोसम्बी जूस बेचने वाले विक्रेता को लोगों ने रंगे हाथों...
नेशनल डेस्क: अगर आप भी ये सोचते हैं कि रोज़ सुबह ठेले से खरीदा गया फलों का जूस आपकी सेहत के लिए फायदेमंद है - तो ये वायरल वीडियो आपकी सोच बदल सकता है। दिल दहला देने वाला यह मामला हाल ही में सामने आया जब एक मोसम्बी जूस बेचने वाले विक्रेता को लोगों ने रंगे हाथों पकड़ा। खुलासा हुआ कि वह जूस असली फलों से नहीं, बल्कि पूरी तरह केमिकल और पाउडर से बना रहा था। हैरानी की बात ये रही कि उस पाउडर को पानी में मिलाने पर जूस की तरह खुशबू तक आने लगती थी, जिससे आम लोग धोखा खा जाते थे।
वीडियो में क्या दिखा?
वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि कैसे भीड़ ने जूस वाले को घेर लिया और उसी के बनाए नकली जूस को पीने पर मजबूर किया। वह पहले झिझका, लेकिन दबाव में आकर उसे पूरा गटकना पड़ा। विशेषज्ञों के मुताबिक, ऐसे केमिकल युक्त पेय पदार्थ ब्लड शुगर, एलर्जी, और लंबे समय में लीवर और किडनी की समस्याएं पैदा कर सकते हैं। ये सिर्फ सस्ती धोखाधड़ी नहीं, बल्कि एक गंभीर स्वास्थ्य संकट है।
सोशल मीडिया पर बहस: मिलियन डॉलर कंपनियों का क्या?
इस घटना के बाद सोशल मीडिया दो धड़ों में बंट गया है। एक तरफ लोग सड़क किनारे मिलने वाले नकली जूस को लेकर नाराज़ हैं, वहीं दूसरी ओर कई नेटिज़न ने बड़े ब्रांड्स पर सवाल उठाए।

एक यूज़र ने लिखा:
"जब आप डाबर रियल, ट्रॉपिकाना या फ्रूटी पीते हैं, तब किसी को चिंता नहीं होती कि उसमें क्या मिला है। असली समस्या ये छोटे दुकानदार नहीं, बल्कि वो करोड़ों कमाने वाली कंपनियां हैं जो खुलेआम केमिकल बेच रही हैं।" कुछ ने चुटकी ली: “टैंग, रसना, ग्लूकोज़-डी… सबने ग्रुप छोड़ दिया!” वहीं कुछ लोगों ने विक्रेता का बचाव भी किया: "ये बस सूखे फलों का पाउडर है, कोई धोखा नहीं। वो अपनी रोज़ी-रोटी चला रहा है।"
सावधान रहें:-
सड़क किनारे बिकने वाले पेय पदार्थों को खरीदते समय सतर्क रहें। जो जूस आपको ताजा और ठंडा दिखे, वह पूरी तरह से नकली हो सकता है।