Gallbladder Stone: ये हैं वो 5 आदतें जो बढ़ाती हैं पित्त की पथरी का खतरा, कहीं आप तो नहीं कर रहे लापरवाही?

Edited By Updated: 26 Sep, 2025 11:25 AM

gallbladder stones avoid these causes immediately or the situation could worsen

शरीर के पित्ताशय में पित्त के कठोर होकर जमने को पित्ताशय की पथरी या कोलेलिथियसिस कहा जाता है। यह समस्या खासकर महिलाओं में काफी आम है। आधुनिक और खराब जीवनशैली को पित्ताशय की पथरी का एक मुख्य कारण माना जाता है। मोटापा, डायबिटीज और मेटाबॉलिक सिंड्रोम...

नेशनल डेस्क। शरीर के पित्ताशय में पित्त के कठोर होकर जमने को पित्ताशय की पथरी या कोलेलिथियसिस कहा जाता है। यह समस्या खासकर महिलाओं में काफी आम है। आधुनिक और खराब जीवनशैली को पित्ताशय की पथरी का एक मुख्य कारण माना जाता है। मोटापा, डायबिटीज और मेटाबॉलिक सिंड्रोम के अलावा आपकी रोज़मर्रा की कुछ आदतें भी इस समस्या के खतरे को कई गुना बढ़ा सकती हैं।

आइए जानते हैं उन 5 आदतों के बारे में जो गॉलब्लैडर स्टोन का खतरा बढ़ा सकती हैं:

1. अनहेल्दी डाइट और वसायुक्त भोजन

अगर आपकी डाइट में लगातार हाई फैट, तला-भुना खाना, रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट (जैसे मैदा, सफेद ब्रेड, पेस्ट्री) और कम फाइबर वाली चीज़ें शामिल हैं तो यह पित्ताशय में पथरी का बड़ा कारण बन सकता है।

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क्या होता है: पित्ताशय का काम वसा को पचाने वाले पित्त को स्टोर करना है। जब आप लगातार अनहेल्दी फैट खाते हैं तो पित्त का संतुलन बिगड़ जाता है और कोलेस्ट्रॉल या पिगमेंट कठोर होकर पथरी बना देते हैं। कम फाइबर से पाचन और पित्त का फ्लो धीमा हो जाता है।

2. अत्यधिक शराब का सेवन

ज्यादा शराब पीना सीधे तौर पर गॉलब्लैडर और लिवर को नुकसान पहुंचाता है।

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क्या होता है: अत्यधिक शराब से न केवल शरीर में खराब कैलोरी बढ़ती है बल्कि लिवर में फैट जमा होता है। शराब डिस्लिपिडेमिया (असामान्य लिपिड प्रोफाइल) और पेट में सूजन भी पैदा करती है जो पित्ताशय की पथरी बनने में मददगार साबित होते हैं।

3. तेजी से वजन घटाना और क्रैश डाइटिंग

आमतौर पर मोटापा पित्ताशय की पथरी का जोखिम कारक है लेकिन बहुत तेज़ी से वजन कम करना भी खतरनाक हो सकता है।

क्या होता है: जब आप कम समय में क्रैश डाइटिंग या बहुत ज़्यादा वजन कम करते हैं तो आपका लिवर पित्त में अतिरिक्त कोलेस्ट्रॉल स्रावित करना शुरू कर देता है। पित्त में इस बढ़े हुए कोलेस्ट्रॉल के कारण ही पथरी बनने लगती है।

4. निष्क्रिय जीवनशैली (Inactive Lifestyle)

जो लोग किसी भी तरह की फिजिकल एक्टिविटी नहीं करते हैं उन्हें पित्ताशय की पथरी का खतरा सबसे ज़्यादा होता है।

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क्या होता है: निष्क्रिय जीवनशैली आपके मेटाबॉलिज्म को धीमा कर देती है और पित्ताशय में पित्त के प्रवाह को भी प्रभावित करती है। नियमित व्यायाम स्वस्थ वजन बनाए रखने और पाचन स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद करता है।

5. बिना डॉक्टर के दवाएं खाना

डॉक्टर की सलाह के बिना कुछ दवाइयों का सेवन भी पित्ताशय की पथरी का खतरा बढ़ा देता है।

क्या होता है: वजन घटाने की दवाएं, एस्ट्रोजन रिप्लेसमेंट थेरेपी (ERT), एस्ट्रोजन वाले गर्भनिरोधक (Oral Contraceptives) और टोटल पैरेंट्रल न्यूट्रीशन जैसी चीजें पित्त की संरचना को बदल सकती हैं और पथरी के निर्माण को बढ़ावा दे सकती हैं।

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