Edited By Seema Sharma,Updated: 14 Oct, 2020 12:31 PM
असम की भाजपा सरकार ने मदरसों को लेकर बड़ा फैसला लिया है। असम के विधायक और राज्य के शिक्षा मंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने ऐलान करते हुए कहा कि नवंबर में सभी राज्य संचालित मदरसों को बंद करने के बारे में एक अधिसूचना जारी की जाएगी। उन्होंने कहा कि राज्य...
नेशनल डेस्कः असम की भाजपा सरकार ने मदरसों को लेकर बड़ा फैसला लिया है। असम के विधायक और राज्य के शिक्षा मंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने ऐलान करते हुए कहा कि नवंबर में सभी राज्य संचालित मदरसों को बंद करने के बारे में एक अधिसूचना जारी की जाएगी। उन्होंने कहा कि राज्य में लगभग 100 संस्कृत स्कूल भी बंद हो जाएंगे। हेमंता बिस्वा ने कहा कि सभी राज्य सरकार द्वारा संचालित मदरसों को स्कूल में बदल दिया जाएगा और कुछ मामलों में टीचर्स को सरकारी स्कूल में शिफ्ट करके मदरसा बंद किया जाएगा, इसके लिए नवंबर में नोटिफिकेशन निकाल दिया जाएगा।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि सरकारी पैसों पर सिर्फ कुरान को नहीं पढ़ाया जा सकता, अगर ऐसा होता है तो बाइबिल और गीता को भी पढ़ाना चाहिए, ऐसे में सरकार ने इस प्रक्रिया को बंद करने का फैसला किया है। राज्य मदरसा शिक्षा बोर्ड (SMEB) के अनुसार राज्य में 600 से ज्यादा ऐसे मदरसे हैं जो पूरी तरह से सरकार द्वारा ही चलाए जाते हैं। SMEB की वेबसाइट के मुताबिक इनमें से 400 उच्च मदरसे हैं, 112 जूनियर उच्च मदरसे हैं और शेष 102 वरिष्ठ मदरसे हैं। कुल मान्यता प्राप्त मदरसों में से 57 लड़कियों के लिए हैं, 3 लड़कों के लिए हैं और 554 सह-शैक्षिक हैं। 17 मदरसे उर्दू माध्यम से चल रहे हैं।