Rain Alert: इस राज्य में जल प्रलय ने मचाई बड़ी तबाही, IMD ने अगले 5 दिनों तक भारी बारिश का अलर्ट किया जारी

Edited By Updated: 16 Sep, 2025 08:51 PM

heavy rainfall flash floods dehradun uttarakhand relief efforts

उत्तराखंड की राजधानी देहरादून और आस-पास के इलाकों में भारी बारिश और बादल फटने से तबाही मची है। आठ लोगों की मौत, पांच से अधिक लापता और 500 से ज्यादा फंसे हैं। आसन नदी में ट्रैक्टर बह गया, एसडीआरएफ ने रेस्क्यू किया। मौसम विभाग ने अगले पांच दिन भारी...

नेशनल डेस्क : उत्तराखंड की राजधानी देहरादून और उसके आसपास के क्षेत्रों में मंगलवार को बादल फटने और रात भर हुई भारी बारिश ने भयानक तबाही मचा दी। इस आपदा में कम से कम आठ लोगों की मौत हो गई, जबकि पांच से अधिक लोग बह गए और 500 से ज्यादा लोग विभिन्न स्थानों पर फंस गए। जिला आपदा प्रबंधन कार्यालय के अनुसार, सहस्त्रधारा, मालदेवता, संतला देवी और डालनवाला सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्र हैं। बारिश के बाद अधिकांश नदियां उफान पर हैं, और कई लोग अभी भी लापता बताए जा रहे हैं।

आसन नदी में बहा ट्रैक्टर
मंगलवार सुबह उत्तराखंड में आए जल प्रलय के दौरान आसन नदी में एक बड़ा हादसा हो गया। तेज बहाव में ट्रैक्टर-ट्रॉली में सवार करीब 10 से 12 लोग फंस गए। सूचना मिलते ही एसडीआरएफ की टीम तुरंत मौके पर पहुंची और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। चार से पांच घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद राहत दल ने दो लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया, जबकि आठ शव बरामद कर लिए गए। कुछ लोगों के लापता होने की आशंका जताई जा रही है, और उनकी तलाश जारी है।

मौसम विभाग का अलर्ट: अगले 5 दिनों तक भारी बारिश की चेतावनी
मौसम विभाग ने अगले पांच दिनों (16 से 20 सितंबर 2025) के लिए उत्तराखंड के विभिन्न जिलों में भारी से बहुत भारी वर्षा, गरज-चमक के साथ बिजली गिरने और तेज हवाओं की संभावना जताई है। विशेष रूप से देहरादून, चम्पावत, नैनीताल, चमोली, बागेश्वर, पिथौरागढ़ और ऊधम सिंह नगर जिलों में सतर्क रहने की सलाह दी गई है। विभाग ने लोगों से नदियों-नालों के पास न जाने और प्रशासन के निर्देशों का पालन करने की अपील की है।

नदियां खतरे के निशान के करीब
प्रभावित क्षेत्रों में सभी प्रमुख नदियां खतरे के निशान के करीब पहुंच गई हैं। तमसा नदी, जिसके किनारे प्रसिद्ध टपकेश्वर मंदिर स्थित है, खतरे के बहुत करीब बह रही है। सुबह तमसा नदी अचानक उफान पर आ गई, जिससे मंदिर पूरी तरह जलमग्न हो गया और प्रवेश द्वार के पास लगी विशाल हनुमान प्रतिमा कंधों तक डूब गई। मंदिर के पुजारी बिपिन जोशी ने बताया कि उन्होंने पिछले 25-30 वर्षों में नदी का जलस्तर इतना ऊंचा कभी नहीं देखा। सौभाग्य से बाढ़ के समय मंदिर परिसर में कम श्रद्धालु थे, और पुजारी सुरक्षित हैं। इसी तरह गंगा और यमुना नदियां भी चेतावनी स्तर के करीब बह रही हैं।

सीएम धामी का दौरा
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने देहरादून जिले के बारिश प्रभावित इलाकों का दौरा कर स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने कहा, "भारी बारिश के कारण सभी नदियां उफान पर हैं। 25 से 30 स्थानों पर सड़कें टूट गई हैं और संपर्क मार्ग कट गए हैं। मकान और सरकारी संपत्तियां क्षतिग्रस्त हो गई हैं, तथा सामान्य जनजीवन बुरी तरह प्रभावित है। राहत टीमें युद्ध स्तर पर कार्यरत हैं ताकि स्थिति को जल्द सामान्य किया जा सके।"

यह आपदा उत्तराखंड में मानसून की तीव्रता को दर्शाती है, और प्रशासन ने सभी संभव प्रयासों से राहत एवं बचाव कार्य तेज कर दिए हैं। लोगों से अपील है कि वे सुरक्षित रहें और अधिकारियों के निर्देशों का कड़ाई से पालन करें।

Related Story

Trending Topics

IPL
Royal Challengers Bengaluru

190/9

20.0

Punjab Kings

184/7

20.0

Royal Challengers Bengaluru win by 6 runs

RR 9.50
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!