Edited By Rahul Rana,Updated: 24 Jun, 2025 03:35 PM

देशभर में मानसून ने दस्तक दे दी है और ऐसे मौसम में गाड़ियों की देखभाल का महत्व और बढ़ जाता है। खासतौर पर CNG कारों की, जो अपनी ईको-फ्रेंडली और बजट-फ्रेंडली प्रकृति के कारण आज भी एक बेहतरीन विकल्प मानी जाती हैं।
National Desk: देशभर में मानसून ने दस्तक दे दी है और ऐसे मौसम में गाड़ियों की देखभाल का महत्व और बढ़ जाता है। खासतौर पर CNG कारों की, जो अपनी ईको-फ्रेंडली और बजट-फ्रेंडली प्रकृति के कारण आज भी एक बेहतरीन विकल्प मानी जाती हैं। अगर उनकी नियमित देखरेख की जाए तो ये गाड़ियां बारिश जैसे मौसम में भी शानदार परफॉर्मेंस और बेहतरीन माइलेज दे सकती हैं। आइए जानते हैं मानसून में CNG गाड़ियों की देखभाल कैसे करनी चाहिए:
CNG सिस्टम की नियमित जांच है ज़रूरी
चाहे आपकी CNG कार नई हो या पुरानी, CNG सिस्टम की समय-समय पर जांच बहुत जरूरी होती है। गैस सिलेंडर, पाइपलाइन और वाल्व को हर 3 से 6 महीने में किसी अधिकृत और विश्वसनीय सर्विस सेंटर पर जाकर चेक करवाना चाहिए। गैस लीक की जांच के लिए लीक डिटेक्टर का इस्तेमाल ज़रूर करें। इसके अलावा, सिलेंडर की हाइड्रो टेस्टिंग हर 3 साल में करवाना अनिवार्य होता है।
इंजन ऑयल और एयर फिल्टर की देखरेख
CNG कारों का इंजन ज्यादा गर्मी पैदा करता है, इसलिए इंजन ऑयल की क्वालिटी पर खास ध्यान दें। हर 5,000 से 7,000 किमी के बीच इंजन ऑयल और ऑयल फिल्टर को बदलवा लेना सही रहेगा। साथ ही, एयर फिल्टर की सफाई भी ज़रूरी है। इसे हर 5,000 किमी पर साफ करें और अगर जरूरत हो तो नया लगवाएं। एक साफ एयर फिल्टर बेहतर माइलेज और स्मूद परफॉर्मेंस सुनिश्चित करता है।
स्पार्क प्लग और कूलिंग सिस्टम की जांच
CNG कारों में स्पार्क प्लग की हालत जल्दी खराब हो सकती है, इसलिए इन्हें हर 10,000 से 15,000 किमी पर चेक करवाएं। ज़रूरत पड़ने पर इन्हें बदल देना चाहिए। साथ ही, इग्निशन सिस्टम की भी समय-समय पर जांच करवाएं।
CNG इंजन आमतौर पर ज्यादा गर्म होता है, इसलिए कूलिंग सिस्टम और कूलेंट की स्थिति भी नियमित रूप से जांचते रहें। सही कूलेंट न सिर्फ इंजन को ठंडा रखेगा, बल्कि ओवरहीटिंग से भी बचाएगा।