Edited By Rahul Rana,Updated: 01 Aug, 2025 05:32 PM

उत्तर प्रदेश जिले के नरौना आकापुर गांव स्थित एक आंगनबाड़ी केंद्र से शुक्रवार को एक गंभीर मामला सामने आया है, जहां चूरन समझकर जहरीला पदार्थ खाने से आठ बच्चों की तबीयत बिगड़ गई। सभी बच्चों को उल्टी-दस्त और सिरदर्द की शिकायत के बाद तत्काल सीएचसी...
नेशनल डेस्कः उत्तर प्रदेश जिले के नरौना आकापुर गांव में स्थित एक आंगनबाड़ी केंद्र से शुक्रवार को एक गंभीर मामला सामने आया है, जहां चूरन समझकर जहरीला पदार्थ खाने से आठ बच्चों की तबीयत बिगड़ गई। सभी बच्चों को उल्टी-दस्त और सिरदर्द की शिकायत के बाद तत्काल सीएचसी अस्पताल ले जाया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें जेएन मेडिकल कॉलेज, अलीगढ़ रेफर कर दिया गया।
क्या है मामला?
जानकारी के अनुसार, शुक्रवार को आंगनबाड़ी केंद्र में रोज की तरह बच्चे पढ़ाई कर रहे थे। दोपहर के भोजन से पहले कमरे में अचानक बदबू फैलने लगी। मौके पर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता चंद्रवती, महेंद्र कौर और योगेश पहुंचे तो देखा कि कई बच्चे उल्टी कर रहे थे और कुछ सिरदर्द की शिकायत कर रहे थे। जब बच्चों से पूछताछ की गई, तो एक बच्ची ने डरते हुए एक पाउच निकाला और बताया कि उसने यह पदार्थ घर की अलमारी से निकाला था, यह सोचकर कि यह चूरन है। यह पाउच असल में गेहूं को घुन से बचाने वाली जहरीली दवा का था। बच्ची ने खुद भी यह खाया और अन्य बच्चों को भी दिया।
बीमार बच्चों की पहचान
जहरीला पदार्थ खाने से जिन बच्चों की तबीयत बिगड़ी है, उनमें रोशनी (3), उसकी बहन राधिका (4), सुमन (5) और उसका भाई यश (4), नेहा (5), उसकी बहन काव्या (4), मुस्कान (4) और निखिल (5) शामिल हैं। घटना के बाद ग्रामीण मौके पर पहुंचे और हंगामा शुरू हो गया। किसी ने तत्काल पुलिस और एम्बुलेंस को सूचना दी। वहीं, स्थानीय ग्रामीणों और स्कूल स्टाफ की मदद से बच्चों को बाइकों के सहारे प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र अतरौली पहुंचाया गया।
डॉक्टरों ने दी जानकारी
सीएचसी अतरौली में इमरजेंसी में तैनात डॉ. अमरेंद्र यादव ने बताया कि सभी बच्चों को प्राथमिक उपचार दिया गया है और उनकी हालत फिलहाल स्थिर है। बेहतर इलाज के लिए उन्हें जेएन मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया है।