Edited By Ashutosh Chaubey,Updated: 17 Apr, 2025 12:52 PM
उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले से एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है। मछलीशहर तहसील के बसिरहा गांव के रहने वाले एक शख्स की मौत पाकिस्तान की जेल में हो गई। यह व्यक्ति करीब 8 साल से पाकिस्तान में कैद था। लेकिन सबसे हैरानी की बात यह है कि उसकी मौत के 20 दिन...
इंटरनेशनल डेस्क: उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले से एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है। मछलीशहर तहसील के बसिरहा गांव के रहने वाले एक शख्स की मौत पाकिस्तान की जेल में हो गई। यह व्यक्ति करीब 8 साल से पाकिस्तान में कैद था। लेकिन सबसे हैरानी की बात यह है कि उसकी मौत के 20 दिन बाद पाकिस्तान की ओर से इस बारे में सूचना दी गई, वो भी सिर्फ व्हाट्सएप के जरिए।
2022 में समुद्र से हुई थी गिरफ्तारी
बताया गया है कि साल 2022 में गुजरात के समुद्री तट से पाकिस्तान की सेना ने बसिरहा गांव के 4 निवासियों को पकड़ लिया था। वे सभी मछली पकड़ने के दौरान गलती से सीमा पार कर गए थे। तब से वे पाकिस्तान की जेल में बंद थे। उनमें से एक कैदी की अब संदिग्ध हालात में मौत हो गई है।
परिजनों को नहीं मिली समय पर जानकारी
मृतक के परिजनों को अब तक न तो आधिकारिक रूप से कोई जानकारी दी गई और न ही किसी तरह का शव सौंपा गया है। परिजन इस बात को लेकर आहत हैं कि जब इंसान की मौत हो जाती है तो उसकी सूचना समय पर मिलनी चाहिए थी। 20 दिन बाद सिर्फ एक मैसेज से ऐसी बड़ी खबर देना बेहद असंवेदनशील माना जा रहा है।
सवालों के घेरे में पाक जेल सिस्टम
इस घटना के बाद पाकिस्तान की जेलों में कैद भारतीयों की स्थिति पर फिर से सवाल उठने लगे हैं। आखिर इतने लंबे समय तक मौत की जानकारी क्यों छिपाई गई? क्या मौत प्राकृतिक थी या फिर इसके पीछे कोई हिंसा या टॉर्चर था? इन सवालों का जवाब अभी मिलना बाकी है।
भारत सरकार से मदद की अपील
परिजनों और स्थानीय लोगों ने भारत सरकार से मांग की है कि बाकी बचे मछुआरों को सुरक्षित वापस लाया जाए और मृतक की मौत की पूरी जांच करवाई जाए। साथ ही यह भी कहा गया कि ऐसी घटनाओं पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए ताकि भविष्य में कोई निर्दोष सीमा पार न फंसे।