Edited By Mansa Devi,Updated: 11 Nov, 2025 06:07 PM

दिल्ली-एनसीआर समेत देश के कई हिस्सों में वायु प्रदूषण खतरनाक स्तर तक पहुंच चुका है। धूल, धुआं और हानिकारक कणों के कारण सांस लेना मुश्किल होता जा रहा है। इस स्थिति में कई परिवार घर के अंदर एयर प्यूरीफायर का इस्तेमाल कर रहे हैं, ताकि हवा को कुछ हद तक...
नेशनल डेस्क: दिल्ली-एनसीआर समेत देश के कई हिस्सों में वायु प्रदूषण खतरनाक स्तर तक पहुंच चुका है। धूल, धुआं और हानिकारक कणों के कारण सांस लेना मुश्किल होता जा रहा है। इस स्थिति में कई परिवार घर के अंदर एयर प्यूरीफायर का इस्तेमाल कर रहे हैं, ताकि हवा को कुछ हद तक साफ रखा जा सके। एयर प्यूरीफायर हवा में मौजूद धूल, स्मॉग, बैक्टीरिया और छोटे हानिकारक कणों को फ़िल्टर करता है, जिससे साफ और सांस लेने लायक हवा मिलती है। यह सुविधा बच्चों, बुजुर्गों और अस्थमा या एलर्जी के मरीजों के लिए बेहद फायदेमंद होती है।
नवजात बच्चों के लिए खतरे
नवजात बच्चों का इम्यून सिस्टम पूरी तरह विकसित नहीं होता, इसलिए प्रदूषण के हानिकारक कण उन पर जल्दी असर डालते हैं। बच्चों की सांस लेने की दर बड़ों की तुलना में अधिक होती है, जिससे वे हवा में मौजूद जहरीले कणों को ज्यादा मात्रा में अंदर लेते हैं। इससे उन्हें खांसी, जुकाम, सांस फूलना, आंखों में जलन और त्वचा संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। लंबे समय तक प्रदूषित हवा के संपर्क में रहने से फेफड़ों की कार्यक्षमता प्रभावित हो सकती है, जो आगे चलकर अस्थमा या ब्रोंकाइटिस जैसी बीमारियों का कारण बन सकती है।
एयर प्यूरीफायर में रखने की सुरक्षा
एम्स के पीडियाट्रिक विभाग के डॉ. हिमांशु भदानी का कहना है कि इस विषय पर लॉन्ग-टर्म स्टडी उपलब्ध नहीं है। लेकिन बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए साफ हवा सभी के लिए जरूरी है, खासकर नवजात और छोटे बच्चों के लिए। एयर प्यूरीफायर हवा से धूल और हानिकारक कणों को हटाकर राहत पहुंचा सकता है, लेकिन यह पूरी सुरक्षा की गारंटी नहीं देता। डॉक्टरों की सलाह है कि अगर घर का प्रदूषण स्तर बहुत ज्यादा है, तो प्यूरीफायर का उपयोग फायदेमंद हो सकता है। लेकिन इसे लगातार चलाना या बच्चे को इसके बहुत पास रखना सुरक्षित नहीं है। इसका उपयोग हमेशा जरूरत और डॉक्टर की सलाह के अनुसार करना चाहिए।
एयर प्यूरीफायर इस्तेमाल करते समय ध्यान देने योग्य बातें
➤ कमरे की खिड़कियां दिन में थोड़ी देर खोलें ताकि वेंटिलेशन बना रहे।
➤ एयर प्यूरीफायर का फ़िल्टर समय-समय पर साफ या बदलते रहें।
➤ कमरे में धूम्रपान या अगरबत्ती का धुआं न फैलने दें।
➤ बच्चे को घर के अंदर भी धूल-मिट्टी और गंदगी से दूर रखें।
➤ एयर प्यूरीफायर पर पूरी तरह निर्भर न रहें, साथ में पौधे और सफाई का भी ध्यान रखें।