Edited By Pardeep,Updated: 11 Dec, 2025 10:41 PM

हरियाणा के हिसार जिले के एक गांव की 18 वर्षीय दुष्कर्म पीड़ित युवती की वीरवार सुबह निजी अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। इससे पहले बुधवार रात उसकी नवजात बच्ची की भी मौत हो चुकी थी। पुलिस ने सूचना मिलने पर नागरिक अस्पताल पहुँचकर दोनों शवों का...
नेशनल डेस्कः हरियाणा के हिसार जिले के एक गांव की 18 वर्षीय दुष्कर्म पीड़ित युवती की वीरवार सुबह निजी अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। इससे पहले बुधवार रात उसकी नवजात बच्ची की भी मौत हो चुकी थी। पुलिस ने सूचना मिलने पर नागरिक अस्पताल पहुँचकर दोनों शवों का पोस्टमार्टम करवाया और अब पूरे मामले की जांच जारी है।
कैसे सामने आया मामला?
पीड़िता के परिजनों ने बताया कि लड़की (17 साल) घर पर ही रहती थी। 11 नवंबर को अचानक उसकी तबीयत बिगड़ गई। जब उसे नागरिक अस्पताल ले जाया गया, तो डॉक्टरों ने बताया कि वह 7 महीने की गर्भवती है। परिजनों ने तुरंत उसका इलाज शुरू करवाया और पुलिस को भी शिकायत दी। इसके बाद पुलिस ने नवंबर में अज्ञात आरोपी के खिलाफ दुष्कर्म और पॉक्सो एक्ट के तहत केस दर्ज किया था।
नवजात और मां दोनों की हालत बिगड़ती गई
30 नवंबर को पीड़िता की तबीयत अचानक बहुत बिगड़ गई और परिवार उसे निजी अस्पताल ले गया। 3 दिसंबर को उसने एक बच्ची को जन्म दिया। जन्म के बाद बच्ची की हालत खराब रही और बुधवार रात उसने दम तोड़ दिया। अगले ही दिन वीरवार सुबह पीड़िता की भी मौत हो गई।
परिजनों की पीड़ा: “बेटी ने नहीं बताया कि उसके साथ गलत काम किसने किया”
परिजनों ने बताया कि उन्होंने बेटी से कई बार पूछा कि उसके साथ गलत काम किसने किया लेकिन उसने कभी किसी का नाम नहीं बताया। वे पूरी तरह अनजान हैं कि यह अपराध किसने किया।
डॉक्टरों ने बताया—खून की कमी और संक्रमण बना मौत का कारण
इलाज करने वाले डॉ. महेंद्र सिंह ने बताया कि पीड़िता के शरीर में खून (Hb) की गंभीर कमी थी। बच्ची को भी जन्म के समय से ही गंभीर संक्रमण था। मां को 12 यूनिट रक्त चढ़ाया गया। पुलिस कर्मियों ने भी रक्तदान किया। बच्ची को संक्रमण फैलने के कारण अग्रोहा मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया था वहां डॉक्टरों ने बताया कि बच्ची के कई अंग काम करना बंद कर चुके थे। बाद में परिजन उसे फिर निजी अस्पताल ले गए, जहां दोनों को गुरुवार दोपहर एक बजे मृत घोषित कर दिया गया।
पुलिस की जांच जारी
जांच अधिकारी पूजा (सिटी थाना) के अनुसार दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए जिला नागरिक अस्पताल की मोर्चरी भेजा गया है। मामले की गंभीरता से जांच हो रही है। अभी तक किसी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। बाल कल्याण समिति की सदस्य सुनीता रेड्डू ने भी पुष्टि की कि समिति मामले की स्वतः जांच कर रही है।
घर की स्थिति: पीड़िता की मां अलग संबंध में रह रही थी
पीड़िता की मां अपने पति से तलाक के बाद किसी अन्य व्यक्ति के साथ सहमति संबंध में रह रही थी। इलाज के दौरान पीड़िता का असली पिता अस्पताल नहीं आया। मां और उसका साथ रहने वाला प्रेमी शुरू से अंत तक अस्पताल में मौजूद रहे।