Edited By Anu Malhotra,Updated: 16 May, 2022 05:30 PM

कश्मीरी पंडितों को लेकर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला। कश्मीरी पंडित कर्मचारी राहुल भट की हत्या के मामले को लेकर उन्होंने कहा कि कश्मीरी पंडित अभी तक सुरक्षित क्यों नहीं हैं? उनमें से कई को पीएम पैकेज के तहत भेजा गया...
नई दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को केंद्र से कश्मीरी पंडितों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाने का आग्रह किया। केजरीवाल ने कश्मीरी पंडित समुदाय के एक सरकारी कर्मचारी की पिछले सप्ताह आतंकवादियों द्वारा गोली मार कर हत्या कर दिये जाने की घटना के संदर्भ में केंद्र से यह अनुरोध किया। कश्मीरी पंडित राहुल भट को 2010-11 में प्रवासियों के लिए विशेष रोजगार पैकेज के तहत क्लर्क की नौकरी मिली थी। राहुल की बृहस्पतिवार को मध्य कश्मीर के बडगाम जिले के चदूरा शहर में तहसील कार्यालय के अंदर आतंकवादियों ने गोली मारकर हत्या कर दी। केजरीवाल ने ऑनलाइन संवाददाता सम्मेलन में कहा कि आतंकवादियों ने एक कश्मीरी पंडित को उसके कार्यालय के अंदर घुस कर गोली मार दी। ऐसा लगता है कि यह सुनियोजित था।
भारतीय थल सेना ने एक दिन में दो आतंकवादियों को मार गिराया। लेकिन इस घटना ने कश्मीरी पंडितों को डरा दिया है। उन्होंने यह भी कहा कि अगले दिन, घटना को लेकर विरोध प्रदर्शन करने वाले कश्मीरी पंडितों पर लाठीचार्ज किया गया। उन्होंने मांग की कि लाठीचार्ज के लिए जिम्मेदार अधिकारियों को तत्काल बर्खास्त किया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि अन्य राज्यों में रहने वाले कश्मीरी पंडित अगर सुरक्षित महसूस नहीं करेंगे तो वे कश्मीर लौटने के बारे में कैसे सोचेंगे। यह समय राजनीति करने का नहीं है। मैं केंद्र से कश्मीरी पंडितों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का आग्रह करता हूं।
इसबीच, श्रीनगर से प्राप्त खबर के मुताबिक, भट की हत्या के खिलाफ गांदेरबल और अनंतनाग जिले में सोमवार को भी प्रदर्शन हुए। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि दर्जनों कश्मीरी पंडित अपने समुदाय के सदस्य की हत्या के खिलाफ प्रदर्शन करने के लिए गांदेरबल जिले में एकत्र हुए। उन्होंने बताया कि प्रदर्शनकारी अपने हाथों में भट की तस्वीरें लिए हुए थे और ‘हमें न्याय चाहिए' के नारे भी लगाए। इसी तरह के प्रदर्शन अनंतनाग में भी हुए, जहां प्रदर्शनकारियों ने मौजूदा शासन का पुतला फूंका।